बेंगलुरु : राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि राज्य सरकार कम आय वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों के लिए ब्लैक फंगस के उपचार को आयुष्मान भारत आरोग्य कर्नाटक योजना के तहत शामिल करने पर विचार कर रही है. ब्लैक फंगस दूसरी लहर के दौरान कोविड के बाद की जटिलता के रूप में राज्य में फैला है.
सुधाकर ने एक बयान में कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के कुल 1,784 मामले सामने आए हैं और इससे प्रभावित 62 व्यक्ति ठीक हो गए हैं. राज्य को पर्याप्त दवा आवंटित की गई है. उनके अनुसार राज्य में 1,564 लोगों का ब्लैक फंगस के लिए इलाज किया जा रहा है. मंत्री ने कहा कि 62 व्यक्ति ठीक हो गए हैं. दुर्भाग्य से 111 व्यक्ति ब्लैक फंगस से जान गंवा चुके हैं.
उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एम्फोटेरिसिन बी दवा की 9,750 शीशियां केंद्र द्वारा आवंटित की गई हैं. जिनमें से शुक्रवार को 8,860 शीशियां प्राप्त हुईं. मंत्री ने कहा कि अब तक हमें 18,650 शीशियां मिली हैं.
सरकारी अस्पतालों ने 8,860 शीशियों का इस्तेमाल किया है और 9,740 शीशियों को निजी अस्पतालों को मुहैया कराया गया है. टीकाकरण अभियान के बारे में उन्होंने कहा कि जून में लगभग 70-75 लाख लोगों को टीके उपलब्ध कराए जाएंगे.
सुधाकर ने कहा कि राज्य में अब तक लगभग 1.5 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं. जून के अंत तक हमारे राज्य में लगभग 2.25 करोड़ लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक मिल जाएगी. सभी को जल्द ही टीका लगाया जाएगा.
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उनके अनुसार जून के अंत तक राज्य में दूसरी लहर कम हो सकती है. लेकिन लोगों से कोविड उचित व्यवहार का पालन करने पर जोर दिया.
(पीटीआई-भाषा)