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प्राकृतिक आपदाओं ने साल 2020-21 में 1782 लोगों की जान ली: रिपोर्ट - 2020-21 में1782 ने जान गंवाई

गृह मंत्रालय ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें कहा गया कि 2020-21 के बीच चक्रवाती तूफान, प्राकृतिक आपदाओं, बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं से 1782 लोगों ने जान गवाईं. इसके साथ ही इस रिपोर्ट में आपदा के लिए मिली वित्तीय सहायताओं कै के बारे में भी बताया गया है.

1782 people died natural calamity
प्राकृतिक आपदाओं में 1782 ने जान गंवाई
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Published : Apr 28, 2022, 4:34 PM IST

नई दिल्ली: साल 2020-21 के बीच चक्रवाती तूफान, प्राकृतिक आपदाओं, बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं ने भारत के 27 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को प्रभावित किया जिसमें करीब 1782 लोगों ने जान गवाईं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार इन आपदाओं के चलते करीब 45,844 जानवर भी प्रभावित हुए. और तो और, इससे करीब 11,50,677 मकान क्षतिग्रस्त होने के साथ 50.893 हेक्टेयर फसली क्षेत्र भी प्रभावित हुई. यह जानकारी गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट में दी गई.

मंत्रालय की इस रिपोर्ट में कहा गया कि आंध्र प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, आसाम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, ओडिशा, पंजाब, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, पुडुचेरी, और दादर और नागर हवेली आदि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित हुए.

वर्ष 2020 के दौरान बाढ़ की स्थिति

देश में दक्षिण पश्चिम मानसून के चलते भारी बारिश हुई जिससे आसाम, आंध्र प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, बिहार, गुजरात, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल एवं उत्तर प्रदेश आदि राज्य प्रभावित हुए. इसके अलावा भूस्खलन एवं बाढ़ से भी ये राज्य काफी प्रभावित हुए जिसे निपटने के लिए एनडीआरएफ की 158 टीमों को इन राज्यों में तैनात किया गया.

बाढ़ की इस स्थिति की उच्चतम स्तर पर 24x7 निगरानी की गई. गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकार के अनुरोध पर बचाव और राहत कार्यों सहित एनडीआरएफ, सेना, वायु सेना, नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के लिए संसाधन जुटाने एवं उनकी तैनाती का समन्वय किया.

चक्रवात

अम्फान चक्रवात: 20 मई, 2020 को पश्चिम बंगाल और ओडिशा राज्य को प्रभावित करने वाले भारतीय तट पर महाचक्रवात तूफान आया. इसने पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश को 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से पार किया और की ओर सुंदरबन में 185 किमी / घंटा की रफ्तार से बढ़ा.

निसर्ग चक्रवात: जून 2020 में तूफानी चक्रवात निसर्ग 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के साथ अलीबाग के दक्षिण के करीब महाराष्ट्र तट को पार किया. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, गृह मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार और केंद्रीय मंत्रालयों समेत संबंधित विभागों को समय पर सलाह जारी की गई. इस दौरान कम दबाव के क्षेत्र बनने की शुरुआत से ही उच्चतम स्तर पर स्थिति पर 24x7 नजर रखी जा रही थी. मंत्रालय ने तूफान प्रभावित राज्यों को एनडीआरफ की लॉजिस्टिक सहायता सहित जनशक्ति और संसाधन भी प्रदान किए.

निवार चक्रवात: 25 और 26 नवंबर, 2020 को भयंकर चक्रवाती तूफान निवार से तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों पर 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली. इस तूफान से भी खासा नुकसान हुआ. इस दौरान स्थिति पर 24x7 निगरानी रखी गई और एनडीआरफ की लॉजिस्टिक सहायता, जनशक्ति और संसाधन सहित सशस्त्र बलों को भी तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया.

वित्तीय सहायता

साल 2020-21 के लिए एसडीआरएमएफ और एसडीआरएफ के लिए 28,983.00 करोड़ रुपए आवंटित किए गए जिसमें भारत सरकार की ओर से 22184.00 करोड़ रुपए और राज्य सरकारों की ओर से 6799.00 करोड़ आवंटित किए गए. वर्ष 2020-21 के दौरान 28 राज्यों को एसडीआरएफ के केंद्र की ओर से पहली किस्त की 11,170.425 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई. इसके अलावा, वर्ष 2020-21 के लिए एसडीआरएफ के केंद्र की ओर से दूसरी किस्त, 7866.00 करोड़ रुपये की राशि 17 राज्यों को जारी कर दी गई. वहीं 10 राज्यों को एनडीआरएफ की ओर से 4409.71 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी जारी की गई.

नई दिल्ली: साल 2020-21 के बीच चक्रवाती तूफान, प्राकृतिक आपदाओं, बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं ने भारत के 27 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को प्रभावित किया जिसमें करीब 1782 लोगों ने जान गवाईं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार इन आपदाओं के चलते करीब 45,844 जानवर भी प्रभावित हुए. और तो और, इससे करीब 11,50,677 मकान क्षतिग्रस्त होने के साथ 50.893 हेक्टेयर फसली क्षेत्र भी प्रभावित हुई. यह जानकारी गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट में दी गई.

मंत्रालय की इस रिपोर्ट में कहा गया कि आंध्र प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, आसाम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, ओडिशा, पंजाब, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, पुडुचेरी, और दादर और नागर हवेली आदि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित हुए.

वर्ष 2020 के दौरान बाढ़ की स्थिति

देश में दक्षिण पश्चिम मानसून के चलते भारी बारिश हुई जिससे आसाम, आंध्र प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, बिहार, गुजरात, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल एवं उत्तर प्रदेश आदि राज्य प्रभावित हुए. इसके अलावा भूस्खलन एवं बाढ़ से भी ये राज्य काफी प्रभावित हुए जिसे निपटने के लिए एनडीआरएफ की 158 टीमों को इन राज्यों में तैनात किया गया.

बाढ़ की इस स्थिति की उच्चतम स्तर पर 24x7 निगरानी की गई. गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकार के अनुरोध पर बचाव और राहत कार्यों सहित एनडीआरएफ, सेना, वायु सेना, नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के लिए संसाधन जुटाने एवं उनकी तैनाती का समन्वय किया.

चक्रवात

अम्फान चक्रवात: 20 मई, 2020 को पश्चिम बंगाल और ओडिशा राज्य को प्रभावित करने वाले भारतीय तट पर महाचक्रवात तूफान आया. इसने पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश को 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से पार किया और की ओर सुंदरबन में 185 किमी / घंटा की रफ्तार से बढ़ा.

निसर्ग चक्रवात: जून 2020 में तूफानी चक्रवात निसर्ग 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के साथ अलीबाग के दक्षिण के करीब महाराष्ट्र तट को पार किया. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, गृह मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार और केंद्रीय मंत्रालयों समेत संबंधित विभागों को समय पर सलाह जारी की गई. इस दौरान कम दबाव के क्षेत्र बनने की शुरुआत से ही उच्चतम स्तर पर स्थिति पर 24x7 नजर रखी जा रही थी. मंत्रालय ने तूफान प्रभावित राज्यों को एनडीआरफ की लॉजिस्टिक सहायता सहित जनशक्ति और संसाधन भी प्रदान किए.

निवार चक्रवात: 25 और 26 नवंबर, 2020 को भयंकर चक्रवाती तूफान निवार से तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों पर 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली. इस तूफान से भी खासा नुकसान हुआ. इस दौरान स्थिति पर 24x7 निगरानी रखी गई और एनडीआरफ की लॉजिस्टिक सहायता, जनशक्ति और संसाधन सहित सशस्त्र बलों को भी तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया.

वित्तीय सहायता

साल 2020-21 के लिए एसडीआरएमएफ और एसडीआरएफ के लिए 28,983.00 करोड़ रुपए आवंटित किए गए जिसमें भारत सरकार की ओर से 22184.00 करोड़ रुपए और राज्य सरकारों की ओर से 6799.00 करोड़ आवंटित किए गए. वर्ष 2020-21 के दौरान 28 राज्यों को एसडीआरएफ के केंद्र की ओर से पहली किस्त की 11,170.425 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई. इसके अलावा, वर्ष 2020-21 के लिए एसडीआरएफ के केंद्र की ओर से दूसरी किस्त, 7866.00 करोड़ रुपये की राशि 17 राज्यों को जारी कर दी गई. वहीं 10 राज्यों को एनडीआरएफ की ओर से 4409.71 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी जारी की गई.

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