ETV Bharat / bharat

गुजरात के खेड़ा में जल शोधन संयंत्र में गैस रिसाव से 15 लोग बेहोश - Matar Taluka of Kheda District of Gujarat

गुजरात के खेड़ा जिले के मटर तालुका (Matar Taluka of Kheda District of Gujarat) में स्थित एक जल शोधन संयंत्र के परिसर में एक सिलेंडर से रिसी क्लोरीन गैस (chlorine gas released from cylinder) की चपेट में आने के बाद बच्चों सहित कम से कम 15 लोग बेहोश हो गए. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.

gas leak at water treatment plant
गुजरात में गैस रिसाव
author img

By

Published : Jan 7, 2022, 9:20 PM IST

खेड़ा : गुजरात के खेड़ा में जल शोधन संयंत्र में गैस रिसाव (gas leak in water purification plant) से 15 लोग बेहोश गए. नदियाड शहर के दमकल विभाग के अधिकारी दीक्षित पटेल ने बताया कि संयंत्र के पास रहने वाले प्रभावित लोगों को तारापुर शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वे खतरे से बाहर हैं.

उन्होंने कहा कि दमकल ने एक घंटे से अधिक समय तक सिलेंडर पर पानी छिड़क कर रिसाव पर काबू पाया. एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना राज्य जल आपूर्ति विभाग के 16 एमएलडी क्षमता वाले जल शोधन संयंत्र में हुई, जो खेड़ा-तारापुर राज्य राजमार्ग पर परीज गांव के बाहरी इलाके में स्थित है.

मटर तालुक के राजस्व अधिकारी प्रवीण भगत (Revenue Officer Praveen Bhagat) ने बताया कि गैस रिसाव के कारण बेहोश होने वाले लोगों में सात महिलाएं, तीन बच्चे और पांच पुरूष शामिल हैं. उन्होंने बताया कि सभी लोगों को तारापुर के अस्पताल में भेजा गया है. रिसाव के बाद क्लोरीन गैस में सांस लेने के कारण अचेत हो गए.

दमकल अधिकारी ने बताया कि क्लोरीन का इस्तेमाल जल को साफ करने में किया जाता है. प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से उन्होंने बताया कि क्लोरीन युक्त एक सिलेंडर संयंत्र के एक कमरे में 10 साल से अधिक समय से पड़ा हुआ था और दोपहर में अचानक उसमें रिसाव होने लगा.

यह भी पढ़ें- मुंबई में कोरोना के 20 हजार से ज्यादा नए केस, कर्नाटक में ओमीक्रोन के 107 मामले सामने आए

पटेल ने कहा कि हमारे पहुंचने से पहले एक कर्मचारी ने जेसीबी मशीन की सहायता से सिलेंडर को एक पुलिया से नीचे गिरा दिया जिससे रस रही क्लोरीन गैस लोगों को नुकसान पहुंचाए बिना बहते पानी में मिलने लगी.

खेड़ा : गुजरात के खेड़ा में जल शोधन संयंत्र में गैस रिसाव (gas leak in water purification plant) से 15 लोग बेहोश गए. नदियाड शहर के दमकल विभाग के अधिकारी दीक्षित पटेल ने बताया कि संयंत्र के पास रहने वाले प्रभावित लोगों को तारापुर शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वे खतरे से बाहर हैं.

उन्होंने कहा कि दमकल ने एक घंटे से अधिक समय तक सिलेंडर पर पानी छिड़क कर रिसाव पर काबू पाया. एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना राज्य जल आपूर्ति विभाग के 16 एमएलडी क्षमता वाले जल शोधन संयंत्र में हुई, जो खेड़ा-तारापुर राज्य राजमार्ग पर परीज गांव के बाहरी इलाके में स्थित है.

मटर तालुक के राजस्व अधिकारी प्रवीण भगत (Revenue Officer Praveen Bhagat) ने बताया कि गैस रिसाव के कारण बेहोश होने वाले लोगों में सात महिलाएं, तीन बच्चे और पांच पुरूष शामिल हैं. उन्होंने बताया कि सभी लोगों को तारापुर के अस्पताल में भेजा गया है. रिसाव के बाद क्लोरीन गैस में सांस लेने के कारण अचेत हो गए.

दमकल अधिकारी ने बताया कि क्लोरीन का इस्तेमाल जल को साफ करने में किया जाता है. प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से उन्होंने बताया कि क्लोरीन युक्त एक सिलेंडर संयंत्र के एक कमरे में 10 साल से अधिक समय से पड़ा हुआ था और दोपहर में अचानक उसमें रिसाव होने लगा.

यह भी पढ़ें- मुंबई में कोरोना के 20 हजार से ज्यादा नए केस, कर्नाटक में ओमीक्रोन के 107 मामले सामने आए

पटेल ने कहा कि हमारे पहुंचने से पहले एक कर्मचारी ने जेसीबी मशीन की सहायता से सिलेंडर को एक पुलिया से नीचे गिरा दिया जिससे रस रही क्लोरीन गैस लोगों को नुकसान पहुंचाए बिना बहते पानी में मिलने लगी.

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.