ETV Bharat / bharat

डीजीपी की फर्जी फेसबुक से धोखाधड़ी करने वाले तीन साइबर अपराधियों समेत 14 गिरफ्तार - तीन साइबर अपराधियों समेत 14 गिरफ्तार

उत्तराखंड पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने रविवार को दावा किया कि उसने राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों से साइबर अपराधों को अंजाम दे रहे 14 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आईडी से पैसों की मांग करने वाले तीन अपराधी भी शामिल हैं.

Facebook
Facebook
author img

By

Published : Jun 27, 2021, 7:19 PM IST

देहरादून : पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश भरणे ने यहां संवाददाता सम्मलेन में बताया कि प्रदेश भर में दर्ज साइबर अपराध की शिकायतों पर कार्रवाई के लिए एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीमें बनाई गईं. जांच में पता चला कि इस प्रकार के अपराध मेवात क्षेत्र जैसे पलवल व नूह (हरियाणा), भरतपुर व अलवर (राजस्थान), जामतारा (झारखंड), पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ से संचालित हो रहे हैं.

अधिकारी ने बताया कि इन अपराधियों की तलाश एवं गिरफ्तारी के लिए राज्य के दोनों मंडलों, गढवाल एवं कुमाउं से संयुक्त टीमें मौकों पर रवाना की गईं. जिन्होंने पिछले 10 दिनों में कार्रवाई करते हुए 14 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि सबसे सनसनीखेज मामले में 15 जून को एक व्यक्ति द्वारा देहरादून कोतवाली में शिकायत की गई कि प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, आईपीएस की फर्जी आईडी से एक अज्ञात व्यक्ति ने उसके फेसबुक मैसेंजर पर गूगल पे या पेटीएम के माध्यम से 10,000 रुपये की मांग की है.

अधिकारी ने बताया कि पैसे देने के लिए उपलब्ध कराए गए गूगल पे और पेटीएम नंबरों की जांच से पता चला कि उक्त मोबाइल नंबर राजस्थान के भरतपुर में चल रहा है. जो उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के भगेली गांव के रामलखन के नाम दर्ज है. पूछताछ में रामलखन ने बताया कि गरीबी रेखा के डिजिटल कार्ड बनाने के लिए उनके गांव में आई एक टीम ने उसके तथा उसके अन्य गांव वालों के हस्ताक्षर और आईडी लिए थे.

इस बीच यह भी पता चला कि उक्त फेसबुक आईडी राजस्थान के भरतपुर से शेर मुहम्मद के नंबर से संचालित हो रही है. मौके पर गई एसटीएफ की टीम को पता चला कि शेर मुहम्मद की 21 अप्रैल को मृत्यु हो चुकी है लेकिन उसका दामाद इरशाद फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर लोगों से धोखाधड़ी करने वाला गिरोह चला रहा है.

पुलिस ने बताया कि इरशाद के साथ उसका भाई अरशद एवं शेर मुहम्मद का पुत्र जाहिद भी इस धोखाधड़ी में शामिल थे. पुलिस ने जाहिद और इरशाद को शनिवार को गिरफ्तार किया और उस वक्त फरार हो गए अरशद को रविवार को सहारनपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया.

पुलिस ने बताया कि एक अन्य मामले में ओएलएक्स पर आल्टो कार बेचने वाले एक व्यक्ति ने खुद को सेना का अफसर बताकर नैनीताल निवासी खरीददार से डिलीवरी व अन्य शुल्कों के रूप में एक लाख तीन हजार रुपये ले लिए. नैनीताल में ही एक अन्य व्यक्ति ने भी ऐसी ही शिकायत दर्ज कराई है. दोनों प्रकरणों में पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मथुरा व राजस्थान के भरतपुर से चार अपराधियों को गिरफ्तार किया.

यह भी पढ़ें-मातृ भाषा में दी जाए प्राथमिक शिक्षा, भाषाओं का संरक्षण बने जनांदोलन : उपराष्ट्रपति

उन्होंने बताया कि एक अन्य शिकायत में एक व्यक्ति ने व्हाटसएप पर दोस्ती कर शिकायतकर्ता से उसकी फोटो ले ली और उसे एडिट कर अश्लील फोटो तैयार कर उन्हें सोशल मीडिया पर डालने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल करने का प्रयास किया. इस संबंध में भरतपुर के छोटी सीकर निवासी आकाश को गिरफ्तार किया गया है.

(पीटीआई-भाषा)

देहरादून : पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश भरणे ने यहां संवाददाता सम्मलेन में बताया कि प्रदेश भर में दर्ज साइबर अपराध की शिकायतों पर कार्रवाई के लिए एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीमें बनाई गईं. जांच में पता चला कि इस प्रकार के अपराध मेवात क्षेत्र जैसे पलवल व नूह (हरियाणा), भरतपुर व अलवर (राजस्थान), जामतारा (झारखंड), पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ से संचालित हो रहे हैं.

अधिकारी ने बताया कि इन अपराधियों की तलाश एवं गिरफ्तारी के लिए राज्य के दोनों मंडलों, गढवाल एवं कुमाउं से संयुक्त टीमें मौकों पर रवाना की गईं. जिन्होंने पिछले 10 दिनों में कार्रवाई करते हुए 14 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि सबसे सनसनीखेज मामले में 15 जून को एक व्यक्ति द्वारा देहरादून कोतवाली में शिकायत की गई कि प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, आईपीएस की फर्जी आईडी से एक अज्ञात व्यक्ति ने उसके फेसबुक मैसेंजर पर गूगल पे या पेटीएम के माध्यम से 10,000 रुपये की मांग की है.

अधिकारी ने बताया कि पैसे देने के लिए उपलब्ध कराए गए गूगल पे और पेटीएम नंबरों की जांच से पता चला कि उक्त मोबाइल नंबर राजस्थान के भरतपुर में चल रहा है. जो उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के भगेली गांव के रामलखन के नाम दर्ज है. पूछताछ में रामलखन ने बताया कि गरीबी रेखा के डिजिटल कार्ड बनाने के लिए उनके गांव में आई एक टीम ने उसके तथा उसके अन्य गांव वालों के हस्ताक्षर और आईडी लिए थे.

इस बीच यह भी पता चला कि उक्त फेसबुक आईडी राजस्थान के भरतपुर से शेर मुहम्मद के नंबर से संचालित हो रही है. मौके पर गई एसटीएफ की टीम को पता चला कि शेर मुहम्मद की 21 अप्रैल को मृत्यु हो चुकी है लेकिन उसका दामाद इरशाद फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर लोगों से धोखाधड़ी करने वाला गिरोह चला रहा है.

पुलिस ने बताया कि इरशाद के साथ उसका भाई अरशद एवं शेर मुहम्मद का पुत्र जाहिद भी इस धोखाधड़ी में शामिल थे. पुलिस ने जाहिद और इरशाद को शनिवार को गिरफ्तार किया और उस वक्त फरार हो गए अरशद को रविवार को सहारनपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया.

पुलिस ने बताया कि एक अन्य मामले में ओएलएक्स पर आल्टो कार बेचने वाले एक व्यक्ति ने खुद को सेना का अफसर बताकर नैनीताल निवासी खरीददार से डिलीवरी व अन्य शुल्कों के रूप में एक लाख तीन हजार रुपये ले लिए. नैनीताल में ही एक अन्य व्यक्ति ने भी ऐसी ही शिकायत दर्ज कराई है. दोनों प्रकरणों में पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मथुरा व राजस्थान के भरतपुर से चार अपराधियों को गिरफ्तार किया.

यह भी पढ़ें-मातृ भाषा में दी जाए प्राथमिक शिक्षा, भाषाओं का संरक्षण बने जनांदोलन : उपराष्ट्रपति

उन्होंने बताया कि एक अन्य शिकायत में एक व्यक्ति ने व्हाटसएप पर दोस्ती कर शिकायतकर्ता से उसकी फोटो ले ली और उसे एडिट कर अश्लील फोटो तैयार कर उन्हें सोशल मीडिया पर डालने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल करने का प्रयास किया. इस संबंध में भरतपुर के छोटी सीकर निवासी आकाश को गिरफ्तार किया गया है.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.