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Govt in Lok Sabha : 'अगले पांच वर्षों में हर साल 1000 और पायलटों की जरूरत'

आने वाले पांच वर्षों में हर साल करीब 1000 पायलटों की जरूरत हो सकती है. ये जानकारी सरकार की ओर से लोकसभा में एक सवाल के जवाब में दी गई है. साथ ही ये भी बताया गया है कि देश में कितने विदेशी पायलट हैं.

1000 more Pilots needed
पायलटों की जरूरत
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Published : Mar 23, 2023, 6:08 PM IST

नई दिल्ली : सरकार की ओर से गुरुवार को लोकसभा में बताया गया कि कुछ प्रकार के विमानों पर कमांडरों की कमी है. इसे विदेशी विमान चालक दल अस्थायी प्राधिकरण (FATA) के जरिए विदेशी पायलटों का उपयोग करके मैनेज किया जा रहा है. वर्तमान में भारत में 67 ऐसे पायलट हैं.

दरअसल डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने पूछा था कि क्या यह सच है कि कुछ प्रकार के विमानों पर कमांडरों की कमी है और FATA जारी कर विदेशी पायलटों का उपयोग कर इसका प्रबंधन किया जा रहा है. इसके जवाब में केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह की ओर से ये जानकारी उपलब्ध कराई गई है. ये भी पूछा गया था कि क्या 2021 में जारी किए गए 862 वाणिज्यिक पायलट लाइसेंसों के विरुद्ध 296 पायलटों की भर्ती की गई थी. मंत्री ने कहा, विभिन्न भारतीय एयरलाइनों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में कुल 244 पायलटों की भर्ती की गई है.

क्या आने वाले वर्षों के लिए देश में पायलटों की आवश्यकता का आकलन करने के लिए कोई अध्ययन किया गया है. इस सवाल पर मंत्री ने कहा कि उद्योग के अनुमानों के अनुसार अगले पांच वर्षों में भारत में प्रति वर्ष 1000 पायलटों की आवश्यकता हो सकती है (1000 more Pilots needed per year). वार्षिक आवश्यकता, वाणिज्यिक पायलटों की संख्या विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है जैसे एयरलाइन की वित्तीय स्थिति, एयरलाइन विस्तार योजना और विमानन क्षेत्र में वृद्धि आदि.

मंत्री ने अपने जवाब में इसका भी जिक्र किया कि भारत में 15% पायलट महिलाएं हैं जो वैश्विक औसत 5% का लगभग तीन गुना है. उन्होंने कहा कि 'वर्तमान में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति सहित महिलाओं और पिछड़े वर्गों के लिए पायलट प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार में कोई विशेष कार्यक्रम नहीं है.'

देश में हवाईअड्डा उद्योग में कार्यरत भारतीय नागरिकों और विदेशी नागरिकों की मौजूदा संख्या के विवरण पर मंत्री ने कहा कि '1 मार्च 2023, कुल 15,896 नियमित अधिकारी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) में विभिन्न हवाई अड्डों/स्टेशनों पर तैनात हैं. एएआई के सभी कर्मचारी भारतीय नागरिक हैं.'

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के अनुसार, भारत की विभिन्न एयरलाइनों में कार्यरत 67 विदेशी नागरिकों सहित लगभग 10,000 पायलट हैं. भारत में 35 DGCA-अनुमोदित FTO हैं जो 53 बेस पर काम कर रहे हैं.'

पढ़ें- फ्लाइट में बदसलूकी : Air India ने नोटिस जारी कर चार केबिन क्रू और एक पायलट को हटाया

नई दिल्ली : सरकार की ओर से गुरुवार को लोकसभा में बताया गया कि कुछ प्रकार के विमानों पर कमांडरों की कमी है. इसे विदेशी विमान चालक दल अस्थायी प्राधिकरण (FATA) के जरिए विदेशी पायलटों का उपयोग करके मैनेज किया जा रहा है. वर्तमान में भारत में 67 ऐसे पायलट हैं.

दरअसल डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने पूछा था कि क्या यह सच है कि कुछ प्रकार के विमानों पर कमांडरों की कमी है और FATA जारी कर विदेशी पायलटों का उपयोग कर इसका प्रबंधन किया जा रहा है. इसके जवाब में केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह की ओर से ये जानकारी उपलब्ध कराई गई है. ये भी पूछा गया था कि क्या 2021 में जारी किए गए 862 वाणिज्यिक पायलट लाइसेंसों के विरुद्ध 296 पायलटों की भर्ती की गई थी. मंत्री ने कहा, विभिन्न भारतीय एयरलाइनों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में कुल 244 पायलटों की भर्ती की गई है.

क्या आने वाले वर्षों के लिए देश में पायलटों की आवश्यकता का आकलन करने के लिए कोई अध्ययन किया गया है. इस सवाल पर मंत्री ने कहा कि उद्योग के अनुमानों के अनुसार अगले पांच वर्षों में भारत में प्रति वर्ष 1000 पायलटों की आवश्यकता हो सकती है (1000 more Pilots needed per year). वार्षिक आवश्यकता, वाणिज्यिक पायलटों की संख्या विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है जैसे एयरलाइन की वित्तीय स्थिति, एयरलाइन विस्तार योजना और विमानन क्षेत्र में वृद्धि आदि.

मंत्री ने अपने जवाब में इसका भी जिक्र किया कि भारत में 15% पायलट महिलाएं हैं जो वैश्विक औसत 5% का लगभग तीन गुना है. उन्होंने कहा कि 'वर्तमान में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति सहित महिलाओं और पिछड़े वर्गों के लिए पायलट प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार में कोई विशेष कार्यक्रम नहीं है.'

देश में हवाईअड्डा उद्योग में कार्यरत भारतीय नागरिकों और विदेशी नागरिकों की मौजूदा संख्या के विवरण पर मंत्री ने कहा कि '1 मार्च 2023, कुल 15,896 नियमित अधिकारी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) में विभिन्न हवाई अड्डों/स्टेशनों पर तैनात हैं. एएआई के सभी कर्मचारी भारतीय नागरिक हैं.'

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के अनुसार, भारत की विभिन्न एयरलाइनों में कार्यरत 67 विदेशी नागरिकों सहित लगभग 10,000 पायलट हैं. भारत में 35 DGCA-अनुमोदित FTO हैं जो 53 बेस पर काम कर रहे हैं.'

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