सासाराम: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बिहार में शराबबंदी को लेकर सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने बिहार के लोगों को शराबी बना दिया. शराबबंदी से पहले राज्य में 987 शराब की दुकानें थी, लेकिन शराबबंदी के बाद यह दुकानें बढ़कर 11 हजार से अधिक हो गईं है. बिहार में सिर्फ शराब और बालू माफिया का राज चल रहा है. चौधरी रोहतास में एक धरना को संबोधित कर रहे थे. यह धरना सासाराम हिंसा मामले में भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी के विरोध में था.
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पूर्व विधायक की गिरफ्तारी साजिशः धरना प्रदर्शन में पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. खुले मंच से नीतीश कुमार के खिलाफ सवाल उठाया. सम्राट चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि सासाराम हिंसा के पीछे सिर्फ और सिर्फ सीएम नीतीश कुमार का हाथ है, क्योंकि यहां पर गृह मंत्री अमित शाह का कार्यक्रम होना तय था. बिहार सरकार इस कार्यक्रम को नहीं होना देना चाहती थी. यहां पर अमित शाह का कार्यक्रम नहीं हो, इसलिए यह कुचक्र रचा गया. साजिश के तहत हिंसा कराई गई. भाजपा के पूर्व विधायक को साजिश के तहत जेल भेजा गया. बिहार की सरकार साधु को जेल में बंद कर रही है और अपराधियों को छोड़ रही है.
कभी भी पलटी मार सकते हैं नीतीश कुमारः सम्राट चौधरी ने कहा कि सासाराम में पहले रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा निकाली जाती थी. उस समय यहां पुलिस फोर्स की तैनाती होती थी, लेकिन इस बार कहीं भी फ्लैग मार्च तक नहीं की किया गया. जिसे लेकर हम लोगों ने चीफ सेक्रेटरी, होम सेक्रेट्री व बिहार के डीजीपी को भी कहा की स्थिति गड़बड़ हो रही है, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार की मेमरी लॉस हो चुका है. यह कभी भी पलटी मार सकते हैं. भाजपा से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने बिहार के अजीबोगरीब स्थिति बना कर रख दी है.
शराबबंदी के नाम पर घोटालाः बिहार में हत्याओं का दौर जारी है. अब तक 2200 लोगों की हत्या हो चुकी है. बालू माफियाओं और शराब माफियाओं का यहां राज चल रहा है. नीतीश कुमार जब 2005 में पहली बार सरकार में आए तब शराब दुकानों की संख्या पूरे बिहार में सिर्फ 987 थी. शराबबंदी कानून लागू होने के बाद यह दुकानें बढ़कर 11000 से अधिक हो गई. मतलब साफ है कि नीतीश कुमार ने पूरे बिहारियों को शराबी बना दिया है. शराब की होम डिलीवरी हो रही है. डिलीवरी के माध्य से 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ, जो जदयु के पार्टी फंड में जमा है. नीतीश कुमार माफियओं से शराब बिकवा रहे हैं.
"जब भाजपा शासन में थी तो बिहार में सुशासन था. नीतीश कुमार भाजपा से अलग होकर महागठबंधन की सरकार बना लिए. इन आठ महीने में लगभग 2200 लोगों की हत्याएं हो चुकी है. बिहार में बालू और शराब माफिया का राज है. नीतीश कुमार जब पहली बार 2005 में सरकार में आए तो बिहार में शराब की दुकानें 987 थी, लेकिन शराबबंदी के बाद वह दुकानें बढ़कर 11 हजार हो गई. पंचायत में शराब बिकने लगी है. नीतीश कुमार ने पूरे बिहार के लोगों को शराबी बना दिया. अब तो शराब की होम डिलीवरी हो रही है. नीतीश कुमार को इसके बदले रुपए जा रहा है. शराबबंदी के नाम पर 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला कर सारा रुपए JDU के खाते में गया." -सम्राट चौधरी, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी