बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष यू टी कादर ने बुधवार को सदन में अशोभनीय और अपमानजनक आचरण के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 10 विधायकों को विधानसभा के शेष सत्र से निलंबित कर दिया. वहीं, विपक्षी दल भाजपा और जद(एस) ने कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष यूटी कादर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा सचिव को दिया है.
विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के जिन 10 विधायकों को निलंबित किया है, इनमें डॉ. सी एन अश्वथ नारायण, वी सुनील कुमार, आर अशोक, अरागा ज्ञानेंद्र (सभी पूर्व मंत्री), डी वेदव्यास कामथ, यशपाल सुवर्ण, धीरज मुनिराज, ए उमानाथ कोटियन, अरविंद बेलाड और वाई भरत शेट्टी शामिल हैं. विधानसभा सत्र तीन जुलाई को शुरू हुआ और 21 जुलाई को समाप्त होने वाला है.
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#WATCH | Bengaluru, Karnataka: BJP MLAs create ruckus in the Karnataka Assembly; shouting against State Government's decision to depute IAS officers for an opposition party meeting held in Bengaluru
— ANI (@ANI) July 19, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
(Video source: Karnataka Assembly) pic.twitter.com/ABRSTkf6OL
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अध्यक्ष ने सदन में हंगामे के बाद यह कार्रवाई की. भाजपा के कुछ सदस्यों ने विधेयकों और एजेंडे की प्रतियां फाड़ दीं और उन्हें अध्यक्ष के आसन की ओर फेंक दिया, क्योंकि वे दोपहर के भोजन के अवकाश के बिना सदन की कार्यवाही संचालित करने के कादर के फैसले से नाराज थे. पिछले दो दिन विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों के कथित दुरुपयोग के लिए कांग्रेस नीत सरकार के खिलाफ भाजपा के विरोध के बीच यह कार्रवाई हुई है.
अध्यक्ष ने कहा कि मैं उनके (10 विधायकों) नाम उनके अशोभनीय और असम्मानजनक आचरण के कारण ले रहा हूं. इसके बाद कानून और संसदीय कार्य मंत्री एच के पाटिल ने कहा कि सदन उनकी पीड़ा पर कदम उठाएगा.
पाटिल ने कहा कि मैं यह प्रस्ताव पेश कर रहा हूं...मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कर्नाटक विधानसभा नियमावली की धारा 348 के तहत इन सदस्यों को उनके अशोभनीय और अपमानजनक आचरण के लिए शेष सत्र तक विधानसभा से निलंबित करना चाहिए और सदन में प्रवेश करने से रोका जाना चाहिए. अध्यक्ष कादर ने कहा कि बेहद पीड़ा के साथ मैं इस प्रस्ताव को वोटिंग के लिए रख रहा हूं. ध्वनि मत के आधार पर 10 सदस्यों को विधानसभा से निलंबित कर दिया गया.
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#WATCH | Today was the murder of Democracy in the Assembly. This shows the dictatorship of the Congress government, they have suspended 10 of our MLAs for no reason. We have issued a no-confidence motion against the speaker. We will take this fight to the people: Former Karnataka… pic.twitter.com/0Q5kCLiG38
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बोम्मई बोले- आज हुई लोकतंत्र की हत्या
कर्नाटक विधानसभा से 10 बीजेपी विधायकों के निलंबन पर कर्नाटक के पूर्व सीएम बोम्मई ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है. आज लोकतंत्र की हत्या हुई है. उन्हें (10 भाजपा विधायकों को) उनके छोटे से आंदोलन के लिए निलंबित कर दिया गया है. हम निलंबित विधायकों के हक की लड़ाई लड़ेंगे. यह कांग्रेस सरकार की तानाशाही को दर्शाता है, उन्होंने हमारे 10 विधायकों को बिना किसी कारण के निलंबित कर दिया है. हमने स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जारी किया है. हम इस लड़ाई को जनता तक ले जायेंगे.