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SPECIAL: मिट्टी से गढ़ रहे युवा अपना भविष्य, प्रशिक्षण लेकर बना रहे बर्तन - ऑनलाइन मिट्टी के बर्तन

सूरजपुर जिले के युवक मिट्टी से अपना भविष्य गढ़ रहे हैं. 8 साल पहले शहर में लगाए गए माटी कला बोर्ड के ग्लेजिंग प्लांट का यहां के कुम्हार भरपूर फायदा उठा रहे हैं. जहां बाजार में इन दिनों चाइनीज आइटम का बहिष्कार चल रहा है, तो इस बीच ये कुम्हार मिट्टी को सुंदर आकार देकर बर्तन बना रहे हैं. ये बर्तन चीनी मिट्टी से बने बर्तनों को मार्केट में टक्कर देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.

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मिट्टी से गढ़ रहे युवा अपना भविष्य
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Published : Aug 31, 2020, 2:33 PM IST

सूरजपुर: जिले के युवक मिट्टी को आकार देकर अपना भविष्य गढ़ रहे हैं. ये युवक 8 साल पहले शुरू की गई माटी कला बोर्ड के अंतर्गत स्थापित की गई ग्लेजिंग प्लांट में मिट्टी के बर्तनों का निर्माण कर रहे हैं. युवा ट्रेनिंग लेकर कुम्हार के चाक की बजाय अब मशीनों से बर्तन बना रहे हैं. चीनी मिट्टी के बर्तनों से सस्ते और आकर्षक ये बर्तन काफी पसंद किए जा रहे हैं.

मिट्टी से गढ़ रहे युवा अपना भविष्य
Youth are getting employment by training in pottery making in Surajpur
बर्तन बनाते युवा

पढ़ें- SPECIAL: गुलजार बस्तर में पसरा सन्नाटा, घाटे में हैं पर्यटन से जुडे़ व्यवसाय

8 साल पहले बीजेपी सरकार ने कुम्हारों को आधुनिक तरीके से प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से माटी कला बोर्ड का गठन किया था. इसके तहत प्रदेश के बसना, कुरुद और सूरजपुर में ग्लेजिंग प्लांट लगाए गए, जहां हजारों बेरोजगार युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं. सूरजपुर में इस समय 20 से 25 युवा बर्तन बनाने की ट्रेनिंग ले रहे हैं. डिजाइनर दीया, डिनर सेट, प्लेट, चम्मच, चाय केतली, मग, बॉटल सहित घरेलू उपयोग की वस्तुएं बनाई जा रही हैं, जिसे जिला प्रशासन बाजार में बेचता है.

Youth are getting employment by training in pottery making in Surajpur
तैयार मिट्टी के ग्लास

मिट्टी के बर्तनों में मुनाफा ज्यादा

ये मिट्टी के बर्तन चीनी मिट्टी के वस्तुओं से ज्यादा मुनाफा देते हैं. इसके लिए पहले खेत से मिट्टी लाई जाती है, जिसे मशीन से छाना जाता है. मिट्टी में पानी मिलाकर उसे तैयार किया जाता है. तैयार मिट्टी को सांचे में डालकर उसे आकार दिया जाता है. इसे बनाने में चाक से बनाए बर्तन से कम समय लगता है. प्रशिक्षण ले रहे युवाओं ने बताया कि इसके जरिए उन्हें रोजगार उपलब्ध हो रहा है, जिससे वे काफी खुश हैं.

Youth are getting employment by training in pottery making in Surajpur
मिट्टी के बर्तन
Youth are getting employment by training in pottery making in Surajpur
मिट्टी के बॉटल

ऑनलाइन मार्केट में उतारने की तैयारी

जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि आधुनिक मांग के अनुसार ही डेकोरेटिव आइटम तैयार किए जा रहे हैं. कलेक्टर के आदेश के अनुसार जल्द ही तैयार वस्तुओं को ऑनलाइन मार्केट में बेचने की तैयारी की जा रही है. इसके जरिए देश और विदेश के लोग भी आसानी से यहां बने मिट्टी के बर्तन खरीद पाएंगे. प्रदेश के कुम्हार के साथ ही बेरोजगार युवकों को इसके जरिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे. माटी कला बोर्ड और जिला प्रशासन की मदद से बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं.

सूरजपुर: जिले के युवक मिट्टी को आकार देकर अपना भविष्य गढ़ रहे हैं. ये युवक 8 साल पहले शुरू की गई माटी कला बोर्ड के अंतर्गत स्थापित की गई ग्लेजिंग प्लांट में मिट्टी के बर्तनों का निर्माण कर रहे हैं. युवा ट्रेनिंग लेकर कुम्हार के चाक की बजाय अब मशीनों से बर्तन बना रहे हैं. चीनी मिट्टी के बर्तनों से सस्ते और आकर्षक ये बर्तन काफी पसंद किए जा रहे हैं.

मिट्टी से गढ़ रहे युवा अपना भविष्य
Youth are getting employment by training in pottery making in Surajpur
बर्तन बनाते युवा

पढ़ें- SPECIAL: गुलजार बस्तर में पसरा सन्नाटा, घाटे में हैं पर्यटन से जुडे़ व्यवसाय

8 साल पहले बीजेपी सरकार ने कुम्हारों को आधुनिक तरीके से प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से माटी कला बोर्ड का गठन किया था. इसके तहत प्रदेश के बसना, कुरुद और सूरजपुर में ग्लेजिंग प्लांट लगाए गए, जहां हजारों बेरोजगार युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं. सूरजपुर में इस समय 20 से 25 युवा बर्तन बनाने की ट्रेनिंग ले रहे हैं. डिजाइनर दीया, डिनर सेट, प्लेट, चम्मच, चाय केतली, मग, बॉटल सहित घरेलू उपयोग की वस्तुएं बनाई जा रही हैं, जिसे जिला प्रशासन बाजार में बेचता है.

Youth are getting employment by training in pottery making in Surajpur
तैयार मिट्टी के ग्लास

मिट्टी के बर्तनों में मुनाफा ज्यादा

ये मिट्टी के बर्तन चीनी मिट्टी के वस्तुओं से ज्यादा मुनाफा देते हैं. इसके लिए पहले खेत से मिट्टी लाई जाती है, जिसे मशीन से छाना जाता है. मिट्टी में पानी मिलाकर उसे तैयार किया जाता है. तैयार मिट्टी को सांचे में डालकर उसे आकार दिया जाता है. इसे बनाने में चाक से बनाए बर्तन से कम समय लगता है. प्रशिक्षण ले रहे युवाओं ने बताया कि इसके जरिए उन्हें रोजगार उपलब्ध हो रहा है, जिससे वे काफी खुश हैं.

Youth are getting employment by training in pottery making in Surajpur
मिट्टी के बर्तन
Youth are getting employment by training in pottery making in Surajpur
मिट्टी के बॉटल

ऑनलाइन मार्केट में उतारने की तैयारी

जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि आधुनिक मांग के अनुसार ही डेकोरेटिव आइटम तैयार किए जा रहे हैं. कलेक्टर के आदेश के अनुसार जल्द ही तैयार वस्तुओं को ऑनलाइन मार्केट में बेचने की तैयारी की जा रही है. इसके जरिए देश और विदेश के लोग भी आसानी से यहां बने मिट्टी के बर्तन खरीद पाएंगे. प्रदेश के कुम्हार के साथ ही बेरोजगार युवकों को इसके जरिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे. माटी कला बोर्ड और जिला प्रशासन की मदद से बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं.

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