सूरजपुर: लाइवलीहुड कॉलेज स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में उस वक्त हंगामा मच गया, जब क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे 16 प्रवासी भाग गए. मजदूरों के क्वॉरेंटाइन सेंटर से भाग निकलने की सूचना मिलते ही पुलिस क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचकर भाग रहे प्रवासी मजदूरों को लगभग एक किलोमीटर दूर से वापस क्वॉरेंटाइन सेंटर लेकर आई.
दरअसल, जिले में दो कोरोना पॉजिटिव मजदूर मिले हैं. जो इन मजदूरों के साथ रहते थे. ऐसे में इन लोगों का क्वॉरेंटाइन सेंटर से भागकर एक किलोमीटर दूर तक चले जाना जिला प्रशासन की सुरक्षा और व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाता है. हाल ही में प्रसाशनिक सर्जरी के बाद नव पदस्थ कलेक्टर रणबीर शर्मा की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
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क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था पर सवाल
लोगों के मुताबिक पूर्व कलेक्टर दीपक सोनी के कार्यकाल में जिले की व्यवस्था दुरस्त थी. क्वॉरेंटाइन सेंटर की बदहाल स्थिति को लेकर कोई भी मामला सामने नहीं आया था, लेकिन मंगलवार को हुई इस घटना के बाद क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
कलेक्टर ने नहीं किया निरिक्षण
लोगों का आरोप है कि कलेक्टर ने फिल्ड में उतरकर लोगों का हालचाल नहीं जाना, न व्यवस्था को लेकर कोई निरिक्षण किया, जिसका परिणाम आज सामने आ रहा है. वहीं इस पूरे मामले में प्रशासन लीपा-पोती करने में जुटा है. वहीं मजदूर क्वॉरेंटाइन सेंटर की अव्यवस्था के कारण खासा परेशान थे, जिसके कारण वे भागने को मजबूर हो रहे हैं.