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इस गांव में बोर से बिना पंप के निकल रही पानी की धार - हैंडपंप से निकल रही पानी की धार

इस गांव में हैंडपंप और वोरिंग के लिए खोदे गए गड्ढों से बिना मोटर के लगातार पानी निकल रहा है.

खुद ब खुद निकल रही पानी की धार
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Published : Nov 12, 2019, 4:21 PM IST

सूरजपुर: प्रकृति की गोद में बसा सूरजपुर जिला भले विकास से कोसों दूर हो, लेकिन यहां प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है. जहां एक ओर यहां बॉक्साइट जैसे खनिज का भंडार है, वहीं दूसरी ओर जिले में एक गांव ऐसा भी है, जहां का भू-जल स्तर खासा बेहतर है, जिसकी वजह से बिना मेहनत किए ही हैंडपंप से पानी आप से आप बाहर निकलता है.

बिना मोटर गड्ढों से निकल रही पानी की धार

बता दें जजावर गांव में प्रशासन की ओर से करीब आधा दर्जन हैंडपंप तो लगाए गए हैं, लेकिन किसी में भी मोटर पंप नहीं फिट किया गया, इसका नतीजा यह हुआ कि हैंडपंपों और बोरिंग के लिए किए गए गड्ढों से लगातार पानी निकल रहा है, जो बिना किसी इस्तेमाल के बर्बाद हो रहा है.

प्रशासन को करने चाहिए ठोस उपाय
हालांकि बोर से निकल रहे पानी का इस्तेमाल किसान अपने खेतों की सिंचाई जरूर कर रहे हैं, सालभर इस बोर से लगातार पानी निकलता रहता है, जिसकी वजह से ज्यादातर जल बर्बाद हो रहा है. प्रशासन को चाहिए कि कोई ऐसा उपाय निकाले, जिससे इस पानी को बर्बाद होने से बचाया जा सके, ताकि आने वाले समय में जिले को सूखे का मुंह न देखना पड़े.

सूरजपुर: प्रकृति की गोद में बसा सूरजपुर जिला भले विकास से कोसों दूर हो, लेकिन यहां प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है. जहां एक ओर यहां बॉक्साइट जैसे खनिज का भंडार है, वहीं दूसरी ओर जिले में एक गांव ऐसा भी है, जहां का भू-जल स्तर खासा बेहतर है, जिसकी वजह से बिना मेहनत किए ही हैंडपंप से पानी आप से आप बाहर निकलता है.

बिना मोटर गड्ढों से निकल रही पानी की धार

बता दें जजावर गांव में प्रशासन की ओर से करीब आधा दर्जन हैंडपंप तो लगाए गए हैं, लेकिन किसी में भी मोटर पंप नहीं फिट किया गया, इसका नतीजा यह हुआ कि हैंडपंपों और बोरिंग के लिए किए गए गड्ढों से लगातार पानी निकल रहा है, जो बिना किसी इस्तेमाल के बर्बाद हो रहा है.

प्रशासन को करने चाहिए ठोस उपाय
हालांकि बोर से निकल रहे पानी का इस्तेमाल किसान अपने खेतों की सिंचाई जरूर कर रहे हैं, सालभर इस बोर से लगातार पानी निकलता रहता है, जिसकी वजह से ज्यादातर जल बर्बाद हो रहा है. प्रशासन को चाहिए कि कोई ऐसा उपाय निकाले, जिससे इस पानी को बर्बाद होने से बचाया जा सके, ताकि आने वाले समय में जिले को सूखे का मुंह न देखना पड़े.

Intro: सूरजपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या तो बने रति है ऐसे में जिले के उड़की ब्लॉक का दूरस्थ अंचल जजावर या प्रशासन की लापरवाही से ग्रामीण परेशान हैं वहीं प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं


Body:दरअसल जावाल गांव पहाड़ों से घिरा प्राकृतिक संपदा का भंडार वाला क्षेत्र है ऐसे में भले ही गांव का विकास अधूरा है लेकिन प्राकृतिक से भरपूर संपदा प्रदान किया है चाहे बॉक्साइट की बात हो या फिर पानी की जहां जजावर क्षेत्र में जलस्तर काफी अच्छा है प्रशासनिक लापरवाही के कारण जजावर क्षेत्र को भी प्रशासन पानी की समस्या से ग्रसित करने पर आमदा है जहां प्रशासन के द्वारा आधा दर्जन बोर के लिए बोरिंग कर दिया गया लेकिन मोटर पंप नहीं फिट किया गया ऐसे में बोर के लिए किए गए गड्ढों से पानी निकल कर बर्बाद हो रहा है जिसका लाभ ग्रामीणों को तो मिल रहा है इस पानी से किसानों के कई एकड़ फसल तो सिंचाई हो रही है लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण हमेशा इन बोरों से पानी गिरता रहता है चाहे कोई भी मौसम हो इस बोरसे पानी कभी कम नहीं होता है यह तो कुदरत का अनमोल तोहफा है ग्रामीणों के लिए लेकिन अगर इसी तरह पानी बर्बाद होता रहा तो एक दिन ऐसा आएगा की पानी को यह गांव तरसेंगे वही जब ईटीवी भारत पीएचई विभाग जानकारी को जानकारी दिया तब पीएचई विभाग गांव वालों के सहमति से अब बोर में पंप लगाकर सुचारू रूप से पानी की व्यवस्था करने की बात कर रहा है


Conclusion:बाहरहाल ईटीवी भारत ने गांव की समस्या को प्रशासन तक तो पहुंचा दिया है अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन अपनी कुंभकरण की नींद से कब जाता है और इन बोर पर कब तक पंप लगाकर पानी बर्बाद होने से बचाता है

बाईट - रामसाय ग्रामीण
बाईट - सोमनाथ ग्रामीण
बाईट - एस बी सिंह,,, पीएचई अधिकारी
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