सूरजपुर: बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए 13 अप्रैल से 23 अप्रैल तक सूरजपुर में लॉकडाउन लगा दिया गया है. ऐसे में जरुरी और एमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाओं को बंद रखा गया है. लॉकडाउन के दौरान प्रशासनिक अमला लोगों को जागरूक करने और लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए सतत निगरानी बनाए रखने का दावा कर रहा है. लेकिन सूरजपुर के रामनगर स्थित धान संग्रहण केंद्र में कोविड नियमों के पालन की पोल खुलती नजर आ रही है.
धान संग्रहण केंद्र में धान के रख-रखाव के लिए लॉकडाउन के दौरान भी मजदूरों को काम पर लगाया गया है. मजदूर धान के रख-रखाव के काम में जुटे हुए हैं. लेकिन मजदूरों से सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसे नियमों को ताक पर रखकर काम कराया जा रहा है. मजदूरों में न ही सोशल डिस्टेंसिंग नजर आ रही है और न ही मास्क.
सूरजपुर में लॉकडाउन के साथ जिले की सभी सीमाएं सील
प्रशासन कर रहा खानापूर्ति
धान संग्रहण केंद्र में विभाग के अधिकारी की मौजूदगी में काम कराया जा रहा है. ऐसे में आसानी से समझा जा सकता है कि जिले में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए ग्रामीणों में जागरुकता का अभाव नजर आ रहा है. प्रशासन भी लॉकडाउन का आदेश जारी कर केवल खानापूर्ति करते नजर आ रहा है.
7 हजार से ज्यादा मरीज हो चुके हैं डिस्चार्ज
सूरजपुर में शुक्रवार को 293 कोरोना मरीज मिले हैं. जिले में अब तक कोरोना के 9 हजार 964 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 7 हजार 935 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं. वहीं कुल 61 लोगों की मौत हो चुकी है. फिलहाल जिले में एक्टिव केस की संख्या 1 हजार 968 पहुंच गई है.