सूरजपुर: जिले में अब मनचलों की खैर नहीं हैं. इन मनचलों को सबक सिखाने के लिए सूरजपुर पुलिस ने टीम रक्षक का गठन (Surajpur Police rakshak team) किया है. रक्षक टीम रोड छाप मजनुओं पर कहर बनकर बरसने वाली है. रक्षक टीम के बनने से नाबालिग बच्चियां, युवतियां और महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रही है.
सूरजपुर पुलिस ने जिले की बच्चियों को सुरक्षा देने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया है. इस टीम का नाम रक्षक है. 12 सदस्यीय ये टीम दिन भर स्कूल-कॉलेज के आसपास पेट्रोलिंग करेगी. इस दौरान यदि कोई मनचला लड़कियों को छेड़ता है तो ये टीम उन मनचलों को सबक सिखाने के साथ ही स्थानीय पुलिस को सौंपेंगी.
शहरी और ग्रामीण इलाकों में रक्षक टीम की नजर
जिले की एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि सूरजपुर पुलिस ने स्पेशल महिला पुलिस की टीम बनाई है. जिसका शुभारंभ किया गया. रक्षक टीम शहर और ग्रामीण दोनों इलाकों में नजर रखेंगी. इस टीम की सभी 12 सदस्यों को जूडो-कराटे सहित कई तरह की ट्रेनिंग दी गई है. रक्षक टीम का मुख्य उद्देश्य लड़कियों के साथ हो रहे छेड़छाड़ और महिला अपराधों में कमी लाना है. जिले के सभी स्कूलों और कॉलेज में एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. कभी भी जरूरत पड़ने पर इन्हें फोन किया जा सकता है. आगे चलकर इस टीम को डायल 100 और डायल 112 से भी जोड़ने की प्लानिंग है.
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रक्षक टीम से अपनी समस्या बता रही छात्राएं
टीम रक्षक जिले के सभी स्कूल और कॉलेजों में जाकर छात्राओं से मिल रही हैं. उन्हें मोटिवेट करने के साथ-साथ उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक कर रही है. रक्षक टीम को छात्राओं का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है. वे खुलकर अपनी समस्या उन्हें बता पा रही है.
टीम रक्षक को अपने बीच पाकर स्कूल और कॉलेज की लड़कियां भी काफी उत्साहित दिख रही हैं. छात्राओं ने बताया कि 'अक्सर स्कूल आते-जाते उन्हें रोड छाप मजनुओं की छेड़छाड़ का शिकार होना पड़ता है. लेकिन डर और शर्म की वजह से किसी से बातें साझा नहीं कर पाती थी. टीम रक्षक में सभी महिलाएं होने की वजह से अब उन्हें समस्या बताने में सहूलियत होती है.
सूरजपुर पुलिस की सार्थक पहल
सूरजपुर प्रदेश का पहला जिला है. जहां महिला अपराध और छेड़छाड़ के मामलों में कमी लाने के लिए टीम रक्षक का गठन किया गया है. निश्चित ही सूरजपुर पुलिस की यह एक सार्थक पहल है, जिसकी सभी तारीफ कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में इन दिनों नाबालिग से छेड़छाड़ और दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ गई है. आए दिन नाबालिगों और युवतियों से दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही है. एक नजर डालते है 1 जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2020 तक दुष्कर्म की घटनाओं के बारे में.
1 जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2020 तक की रिपोर्ट
- छत्तीसगढ़ में 2575 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- रायपुर में सबसे ज्यादा 301 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- रायगढ़ में 196 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- बिलासपुर में 144 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- सरगुजा में 139 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- सूरजपुर में 132 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- जशपुर में 123 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- बलौदा बाजार में 123 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- बस्तर में 115 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- कोरिया में 114 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- बलरामपुर में 112 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए
- कोरबा में 102 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए