सूरजपुर: जिले को पहला नशा मुक्त जिला बनाने के लिए चुना गया है. राज्य सरकार ने जिले को चिन्हित किया है. अब शासन की तरफ से जन जागरूकता अभियान चलाकर जिले को नशा मुक्त जिला बनाया जाएगा.
जिले में पहले से ही चलाया जा रहा नशा मुक्ति अभियान
दरअसल पिछले कई सालों से जिले में नशे का कारोबार बढ़ रहा है. बच्चे सहित हर वर्ग के लोग इस नशे की आग में जल रहे हैं. पुलिस विभाग लगातार कार्रवाई भी कर रही है. लेकिन जागरूकता के कारण भी लोग नशे के आदी हो रहे हैं. जिसे दूर करने राज्य सरकार ने सूरजपुर जिले को चिन्हित किया.
नशा मुक्ति अभियान कार्यक्रम में आएगी तेजी
शासन अब जन जागरूकता चलाकर जिले को नशा मुक्त जिला बनाने की कोशिश करेगी. राज्य सरकार ने इसके लिए फंड भी जारी कर दिया है. इसको लेकर जिले का स्वास्थ्य अमला भी उत्साहित है. जिले के CMHO ने बताया कि विभाग की तरफ से लगातार नशा मुक्ति अभियान चलाया जाता रहा है. अब इस अभियान में तेजी आएगी क्योंकि एक डॉक्टर को इस अभियान का नोडल अधिकारी बनाया गया है. जिसकी देखरेख में जिले के सभी ब्लॉकों में टीम गठित की जाएगी.जो जिले के सभी स्कूलों में कैंप लगाकर बच्चों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करेंगे.जो दुकानदार नशे की वस्तु बेचते पकड़े जाएंगे उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय लोगों को भी नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जाएगा.
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सूरजपुर को तंबाकू मुक्त जिला बनाने के लिए साल 2020 में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यशाला में नशा मुक्ति अभियान की लीगल एडवाइजर ख्याति जैन की ओर से नशा मुक्ति को लेकर लोगों को जागरूक किया गया.