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सूरजपुर : किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने

सूरजपुर में किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. दोनों ही पार्टियां खुद को किसान का हितैषी बता रही है.

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Published : Dec 28, 2020, 2:55 PM IST

सूरजपुर : देश में किसान आंदोलन के बीच बीजेपी और कांग्रेस का आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. दोनों ही पार्टियां खुद को किसान का हितैषी बताने में लगी हुई है. सूरजपुर में भी बीजेपी के जिला अध्यक्ष ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि बिल से कोई आपत्ति नहीं है कांग्रेस इस मामले पर सियासत कर रही है.

बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने

पढ़ें- तिरंगे के साथ सीएम भूपेश बघेल ने ली सेल्फी

बीजेपी के जिला अध्यक्ष बाबूलाल गोयल ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस किसान बिल के नाम पर सियासत कर रही है. 'प्रदेश में जहां भी कांग्रेस किसान विरोध को लेकर कोई कार्यक्रम करती है तो वहां कोई भी किसान मौजूद नहीं रहता है.' कांग्रेस के जिला प्रवक्ता ने भाजपा के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा किसान विरोधी बिल जबरदस्ती किसानों पर थोप रही है. रही बात प्रदेश किसान विरोधी तो प्रदेश के मुखिया ने यह घोषणा कर दिया कि किसान नया बिल प्रदेश में लागू नहीं होगा, जिसके बाद किसान संतुष्ट हैं यही कारण है कि जब प्रदेश में किसान बिल को लेकर प्रदर्शन होता है, तो वहां किसानों की संख्या कम होती है.

किसानों के समर्थन में कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता आरके ओझा ने कहा कि 'कांग्रेस के अनुसार वे सिर्फ प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के किसानों के साथ भी प्रदर्शन करते हैं. दिल्ली बॉर्डर पर बैठे उन किसानों के लिए कर रहे हैं जो केंद्र के इस काले कानून के विरोध में पिछले 34 दिनों से ठंड में अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं, जिसे केंद्र सरकार नकली और एंटी नेशनल लिस्ट कर रही है.'

कांग्रेस के अनुसार केंद्र का यह नया कानून किसान विरोधी है और वह किसानों का हक मार रही है. बड़े-बड़े इंडस्ट्रीज के बाद अब किसान मंडियों को भी बड़े व्यापारियों के हाथ में सौपना चाहती है. कांग्रेस लगातार किसानों के साथ हैं और आगे भी रहेगी, इस लड़ाई में उनके साथ खड़ी रहेगी जब तक यह काला कानून वापस नहीं लिया जाता है. वह अपना समर्थन जारी रखेंगे.

सूरजपुर : देश में किसान आंदोलन के बीच बीजेपी और कांग्रेस का आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. दोनों ही पार्टियां खुद को किसान का हितैषी बताने में लगी हुई है. सूरजपुर में भी बीजेपी के जिला अध्यक्ष ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि बिल से कोई आपत्ति नहीं है कांग्रेस इस मामले पर सियासत कर रही है.

बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने

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बीजेपी के जिला अध्यक्ष बाबूलाल गोयल ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस किसान बिल के नाम पर सियासत कर रही है. 'प्रदेश में जहां भी कांग्रेस किसान विरोध को लेकर कोई कार्यक्रम करती है तो वहां कोई भी किसान मौजूद नहीं रहता है.' कांग्रेस के जिला प्रवक्ता ने भाजपा के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा किसान विरोधी बिल जबरदस्ती किसानों पर थोप रही है. रही बात प्रदेश किसान विरोधी तो प्रदेश के मुखिया ने यह घोषणा कर दिया कि किसान नया बिल प्रदेश में लागू नहीं होगा, जिसके बाद किसान संतुष्ट हैं यही कारण है कि जब प्रदेश में किसान बिल को लेकर प्रदर्शन होता है, तो वहां किसानों की संख्या कम होती है.

किसानों के समर्थन में कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता आरके ओझा ने कहा कि 'कांग्रेस के अनुसार वे सिर्फ प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के किसानों के साथ भी प्रदर्शन करते हैं. दिल्ली बॉर्डर पर बैठे उन किसानों के लिए कर रहे हैं जो केंद्र के इस काले कानून के विरोध में पिछले 34 दिनों से ठंड में अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं, जिसे केंद्र सरकार नकली और एंटी नेशनल लिस्ट कर रही है.'

कांग्रेस के अनुसार केंद्र का यह नया कानून किसान विरोधी है और वह किसानों का हक मार रही है. बड़े-बड़े इंडस्ट्रीज के बाद अब किसान मंडियों को भी बड़े व्यापारियों के हाथ में सौपना चाहती है. कांग्रेस लगातार किसानों के साथ हैं और आगे भी रहेगी, इस लड़ाई में उनके साथ खड़ी रहेगी जब तक यह काला कानून वापस नहीं लिया जाता है. वह अपना समर्थन जारी रखेंगे.

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