सूरजपुर: जिले में पेंटावेलेंट टीकाकरण से हो रही बच्चों की मौत को लेकर बीजेपी के अनुसूचित जनजाति के प्रदेश महामंत्री सत्यनारायण सिंह ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को घटिया दवाई और टीके की सप्लाई की जा रही है.
बीजेपी के अनुसूचित जनजाति के प्रदेश महामंत्री सत्यनारायण सिंह ने कहा कि घटिया क्वॉलिटी के टीके होने के कारण ही टीके लगने के हफ्ते भर के अंदर बच्चों की मौत हो रही है. बच्चों की मौत की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इसके बाद भी प्रशासन मौन बैठा हुआ है. अधिकारी ना मौत का कारण जानना चाह रहे हैं और ना ही जांच करना उचित समझ रहे हैं.
टीके लगने के बाद बच्चों की मौत की जांच की मांग
सौपें गए ज्ञापन में कहा कि कुछ दिन पहले रुनियाडीह में भी टीके लगने के बाद 2 बच्चों की मौत हो गई थी. पूरे क्षेत्र में 5 महीने में पांच बच्चों की मौत हो गई थी. सत्यनारायण सिंह ने जांच कर कार्रवाई करने और मृत बच्चों के परिजनों को मुआवजा देने की बात कही. इस दौरान लालचंद शर्मा, खेलसाय सिंह, भगवान मिश्रा, विजय राजवाड़े सहित अन्य उपस्थित रहे.
जानलेवा वैक्सीन! टीका लगाने के बाद 5 महीने में 5 बच्चों की मौत
पेंटावेलेंट वैक्सीन सूरजपुर के नवजात बच्चों के लिए मौत का टीका साबित हो रही है. जिले के रुनियाडीह गांव में महीने भर पहले दो अलग-अलग घरों के नवजात को पेंटावेलेंट टीका लगने से उनकी मौत हो गई थी. टीका लगने के दूसरे दिन बच्चों की मौत हुई थी. पिछले 5 महीने में पेंटावेलेंट टीका लगने के बाद 5 नवजात ने दम तोड़ दिया. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया.