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सूरजपुर: वॉटर टैंक बना शोपीस, पानी के लिए तरस रहे लोग

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Published : Apr 30, 2020, 11:56 AM IST

Updated : Apr 30, 2020, 12:35 PM IST

सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत राई में पानी टंकी होने के बावजूद लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. यहां लाखों की लागत से बनी पानी टंकी महज एक शोपीस बनकर रह गया है.

Villagers longing for water in Surajpur
पानी टंकी

सूरजपुर: सरकार विकास कार्यों में करोड़ों रुपए खर्च तो करती है लेकिन लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है. ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत राई में सामने आया है जहां नल जल प्रदाय योजना के तहत लाखों रुपए खर्च कर पानी टंकी का निर्माण किया गया, लेकिन वर्षों बाद भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीणों की मानें तो उन्हें इस पानी टंकी से सिर्फ 3 महीने ही पानी मिला है.

पानी के लिए तरस रहे लोग

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने वर्ष 2009 में जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत राई में नल जल प्रदाय योजना की स्वीकृति दी थी. योजना के तहत लाखों की लागत से 15 हजार लीटर क्षमता की पानी टंकी, बोर खनन, मोटर और पाइप लाइन का विस्तार कराया गया था. वर्षों बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को इस योजना से कोई लाभ नहीं मिल पाया है. ग्रामीणों की मानें तो इसके लिए 40 लाख से अधिक की राशि स्वीकृत की गई थी. निर्माण के कुछ दिनों तक पानी की सप्लाई की गई, इसके बाद ग्रामीण बूंद-बूंद पानी को तरसने लगे हैं.

विभाग रखरखाव के लिए दे रहा राशि

विभाग के अधिकारियों से जब इस विषय में बात की गई तो उनका कहना था कि इस टंकी के रखरखाव और सफाई के लिए ग्राम पंचायत को हैंडओवर किया गया है. पंचायत को हर साल इसके लिए राशि दी जाती है. बता दें कि टंकी को भरने के लिए 2 बार बोरवेल का खनन किया गया है. बोर में पानी भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है बावजूद इसके ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं. सरकारी रिकार्ड के अनुसार तो टंकी का रखरखाव नियमित रूप से किया जा रहा है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है.

सूरजपुर: सरकार विकास कार्यों में करोड़ों रुपए खर्च तो करती है लेकिन लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है. ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत राई में सामने आया है जहां नल जल प्रदाय योजना के तहत लाखों रुपए खर्च कर पानी टंकी का निर्माण किया गया, लेकिन वर्षों बाद भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीणों की मानें तो उन्हें इस पानी टंकी से सिर्फ 3 महीने ही पानी मिला है.

पानी के लिए तरस रहे लोग

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने वर्ष 2009 में जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत राई में नल जल प्रदाय योजना की स्वीकृति दी थी. योजना के तहत लाखों की लागत से 15 हजार लीटर क्षमता की पानी टंकी, बोर खनन, मोटर और पाइप लाइन का विस्तार कराया गया था. वर्षों बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को इस योजना से कोई लाभ नहीं मिल पाया है. ग्रामीणों की मानें तो इसके लिए 40 लाख से अधिक की राशि स्वीकृत की गई थी. निर्माण के कुछ दिनों तक पानी की सप्लाई की गई, इसके बाद ग्रामीण बूंद-बूंद पानी को तरसने लगे हैं.

विभाग रखरखाव के लिए दे रहा राशि

विभाग के अधिकारियों से जब इस विषय में बात की गई तो उनका कहना था कि इस टंकी के रखरखाव और सफाई के लिए ग्राम पंचायत को हैंडओवर किया गया है. पंचायत को हर साल इसके लिए राशि दी जाती है. बता दें कि टंकी को भरने के लिए 2 बार बोरवेल का खनन किया गया है. बोर में पानी भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है बावजूद इसके ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं. सरकारी रिकार्ड के अनुसार तो टंकी का रखरखाव नियमित रूप से किया जा रहा है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है.

Last Updated : Apr 30, 2020, 12:35 PM IST
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