सूरजपुर: शिक्षा विभाग ने RTE की राशि निजी स्कूलों को भुगतान नहीं करने से प्रबंधकों के समक्ष गंभीर समस्या बना हुआ है. लंबे समय से निजी स्कूलों को RTE के तहत भुगतान नहीं किया गया है.
जिले में 3 साल से शिक्षा विभाग के अधिकार 2009 के तहत निर्धन तबके के छात्र और छात्राओं के लिए निजी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है. इसी क्रम में जिले में संचालित निजी स्कूलों को लगभग दो-तीन सालों से RTE की राशि भुगतान नहीं किया गया है.
दिसंबर तक भुगतान की उम्मीद
अगस्त 2019 में शासन ने निजी स्कूलों को आदेश देकर स्कूलों फीस की रसीद की हर साल की फोटोकॉपी को निजी स्कूलों ने शिक्षा विभाग के दफ्तर में समय अवधि के अंदर जमा कराया था. वहीं विभाग के अफसरों ने निजी स्कूलों के प्रबंधन से कहा था कि, स्कूल के खाते में दिसंबर 2019 तक की राशि आ जाएगी.
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स्कूल संचालकों की आर्थिक स्थिति खराब
वहीं समय बीतने के बावजूद निजी स्कूलों में RTE की राशि नहीं पहुंच सकी है. जिससे निजी स्कूल संचालकों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है. वहीं जब ETV भारत की टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी से बात की तो, उन्होंने 1 हफ्ते के अंदर भुगतान की राशि अदा करने की बात की.