सूरजपुर: एकलव्य क्वॉरेंटाइन सेंटर में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. क्वॉरेंटाइन सेंटर के कैंपस में कई दिनों से पीपीई किट खुलें में फेंका है. इस बारे में न तो स्वास्थ्य विभाग को कुछ पता है और न ही प्रशासन को.
एकलव्य क्वॉरेंटाइन सेंटर से लगातार ऐसी लापरवाही की खबरें सामने आ रही है. अभी कुछ दिन पहले इसी क्वॉरंटाइन सेंटर से 3 मरीजों के कोरोना संक्रमण मिलने के बाद 7 मजदूरों के भागने की खबर आई थी. हालांकि इनमें से पांच को पकड़ लिया गया है, लेकिन दो अब भी लापता हैं.
लावारिस हालत में पड़ी है पीपीई किट
कोरोना महामारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस बनाए रखने को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. साथ ही लोगों को मास्क, गल्ब्स को सही तरीके से डिस्पोज करने की हिदायत दी जा रही है. नियम के मुताबिक पीपीई किट का उपयोग के बाद सुरक्षित तरीके से डिस्पोज करना होता है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कर्मचारियों को प्रशिक्षित भी किया है. साथ ही यह भी बताया गया है कि, ये सेफ्टी किट कितना खतरनाक साबित हो सकता है. बावजूद इसके क्वॉरेंटाइन सेंटर के कैंपस में सेफ्टी किट लावारिस हालत में फेंका हुआ है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूरों ने किया हंगामा
बंजा के एकलव्य विद्यालय में क्वॉरेंटाइन सेंटर लगातार विवादों में रहा है. इससे पहले भी यहां 7 प्रवासी मजदूर खिड़की तोड़कर भाग गए थे. इससे पहले भी 6 महिलाएं क्वॉरेंटाइन सेंटर से भाग चुकी हैं. इसके अलावा इस क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में रह रहे प्रवासी मजूदरों ने खाने-पीने के साथ अन्य व्यवस्थाओं को लेकर जमकर हंगामा भी किया है. प्रवासियों ने बताया कि सेंटर में कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में 176 लोग रह रहे हैं. सेंटर्स में लोगों को न तो सही खाना मिल रहा है और न ही साफ पानी. मजदूरों ने कंट्रोल रूम में शिकायत की थी, लेकिन वहां बैठे अधिकारी ने प्रवासियों से कह दिया कि वे अपनी समस्या खुद ही सुलझा लें.