सूरजपुर: शारदीय नवरात्र का आज सातवां दिन है. मंदिरों और दुर्गा पंडालों में पूजा अर्चना की जा रही है. लेकिन इस कोरोना संकट की वजह से मंदिरों में पहले जैसी रौनक नहीं है. शासन-प्रशासन के सख्त नियमों के बीच कई श्रद्धालु मंदिरों में देवी दर्शन से वंचित हैं. कोरोना महामारी के चलते सूरजपुर के कुदरगढ़ धाम में हर साल आयोजित होने वाले महोत्सव पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. जहां हर साल सैकड़ों की संख्या में दर्शनार्थी पहुंचते थे, वहां आज माता का दरबार सूना है.
दुर्गा पूजा आयोजकों का कहना है कि इस बार कोरोना वायरस के चलते श्रद्धालु पूजा से वंचित हो रहे हैं. इसे लेकर वे दुखी हैं.
कोरोना गाइडलाइन का पालन जरूरी
डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते इस बार कोरोना बचाव के नियमों के साथ दुर्गा पूजा की अनुमति दी गई है. जिसके पालन से ही कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है.
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बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जिलेभर के चंद आयोजकों ने ही मंदिरों और पंडालों में माता की प्रतिमा स्थापित कर पूजा का आयोजन किया है. लेकिन इन पंडालों में माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु नहीं पहुंच पा रहे हैं, क्योंकि सभी इस बार कोरोना गाइडलाइन से बंधे हैं.
सूरजपुर जिले के ओड़गी में समुद्र तल से 2,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित मां बागेश्वरी देवी धाम तक पहुंचने के लिए 1,045 सीढ़ियां बनाई गई हैं. जिसे कुदरगढ़ धाम भी कहा जाता है.