सूरजपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा के लिए जारी लॉकडाउन के दौरान सभी जरूरतमंदों और मजदूरों के लिए राशन की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही कई जिलों में मनरेगा के तहत जरूरी निर्माण कार्यों को भी शुरू किया गया है. सूरजपुर में भी मनरेगा का काम शुरू से मजदूरों के चेहरे खिल उठे हैं.
काम पर सभी श्रमिक चेहरों पर मास्क या कपड़े का इस्तेमाल कर रहे हैं. सूरजपुर कलेक्टर दीपक सोनी और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों का लगातार जायजा ले रहे हैं. साथ ही वे मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ काम करने को लेकर समझा भी रहे हैं.
एहतियात के साथ मनरेगा का काम शुरू
श्रमिकों को कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए मास्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं. श्रमिकों से एक-दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है. सूरजपुर जिले की ग्राम पंचायत डुमरिया में 230 और ग्राम पसला में 194 मजदूर कार्य कर रहे हैं. इन श्रमिकों को प्रतिदिन 190 रुपए की दर से मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है. डुमरिया में नवीन तालाब निर्माण और पसला में तालाब गहरीकरण का काम किया जा रहा है.
मनरेगा के तहत 33 हजार 392 श्रमिकों को मिल रहा काम
कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि कार्यस्थल पर कोरोना संक्रमण से बचाव और सुरक्षा के लिए सभी श्रमिकों को निःशुल्क मास्क का वितरण किया गया है. मनरेगा के तहत संचालित कार्यों में मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रख रहे हैं. उन्हें चेहरे को मास्क या तौलिए से ढंककर रखने को कहा गया है. काम शुरू होने से पहले और बाद में साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था की गई है. सूरजपुर जिले के 362 ग्राम पंचायतों में एक हजार 465 मनरेगा कार्य संचालित हैं, जिसमें 33 हजार 392 श्रमिकों को काम मिल रहा है.