सूरजपुर: बिहारपुर के ग्रामीण अंचलों में रुक-रुककर हुई बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सबसे ज्यादा असर बिहारपुर और चांदनी क्षेत्र में देखने को मिला. जहां पर नदी-नाले उफान पर हैं. साथ ही कई ग्रामीणों का अशियाना छिन गया है. महुली पंडोपारा के कई ग्रामीणों का घर बाढ़ से तबाह हो गया है, जिसमें संतोष पंडो का घर भी शामिल है.
महुली के पंडोपारा में रहने वाले संतोष पंडो के घर में पानी लबालब भर चुका है, जिससे परिवार सड़क पर आ गया है. संतोष पंडो आजिविका का साधन मजदूरी है. कोरोना काल से पहले वह बाहर जाकर काम करता था. अब कोरोना महामारी के दौरान अपने घर पर बेरोजगार बैठा है. इतना ही नहीं बारिश का कहर भी मिटटी के घर को तबाह कर दिया है.
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बारिश और तूफान ने कई घरों का छप्पर उखाड़ दिया
ग्रामीणों के मुताबिक घर की दीवारें कई जगहों से क्रेक हो गई है. वहीं आफत की बारिश और तूफान ने कई घरों का छप्पर उखाड़ दिया है, जिससे कई परिवार प्लास्टिक लगाकर सिर छुपाने को मजबूर हैं. इस तरह उसी गांव के रामचंद्र पंडो, कांती जायसवाल सहित 20-25 घर प्रभावित हुए हैं.
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बारिश के पानी से जीना मुहाल
ग्रामीणों के मुताबिक घर में पानी घुसने के कारण कोल्हुआ गांव के स्कूलपारा तालाब बन गया है. बरसाती पानी के निकासी न रहने से बेवा महिला रामतोरीया पंडो के घर में बारिश का पानी घुस गया है, जिससे घर में खाना बनाने तक के लिए जगह नहीं बचा है. किसी तरह पड़ोसियों के घर जाकर खाना मांगकर खा लेती है. साथ ही उनके पड़ोस में रहने वाले कोटवार रामनाथ पनिका की भी बारिश के पानी से जीना मुहाल हो गया है.
ग्रामीणों को सहायता राशि मुहैया कराने के निर्देश
मूलसाधार बारिश से बेहाल ग्रामीणों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. वहीं तहसीलदार अमित केरकेट्टा ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है. कोल्हुआ और महुली गांव में पटवारी को भेजकर पड़ताल के लिए निर्देश दिया गया है. साथ ही ग्रामीणों को नुकसान के मुताबिक उन्हें सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं.