सूरजपुर : विश्रामपुर में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा मंगलवार को सादगी पूर्ण तरीके से आयोजित की गई. रथयात्रा में अखाड़ा भजन मंडली शामिल नहीं किए गए थे. भगवान जगन्नाथ रथयात्रा कार्यक्रम के अध्यक्ष शशिकांत सवाई ने बताया कि विश्रामपुर में पिछले 4 साल से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का कार्यक्रम का आयोजन होता रहा है. इस बार कोरोना संकट की वजह से विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया.
विचार विमर्श के बाद शांतिपूर्ण तरीके से पूजा अर्चना कर भगवान को विधि अनुसार रथ में रखा गया वहीं श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ से देश में खुशहाली की कामना की. कोरोना वायरस को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्कल समाज के लोगों ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं निकाली.
रथ यात्रा के संबंध में विश्रामपुर नगर पंचायत अध्यक्ष आशीष यादव ने बताया कि वर्तमान हालात के मद्देनजर भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में केवल 3 रथों को शामिल किया गया. भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथ को शामिल किया गया. इस बार अखाड़ा भजन मंडली और करतब दिखाने वाले लोग शामिल नहीं हुए.
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धमतरी में नहीं निकाली गई रथ यात्रा
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को देखते हुए धमतरी में इस साल भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा नहीं निकाली गई. यह पहला मौका है जब 135 साल बाद शहर में रथयात्रा निकालने और भगवान के मौसी के घर जाने की परंपरा टूटी है. हालांकि यहां भक्तों को निराश नहीं लौटना पड़ा क्योंकि श्रध्दालुओं के लिए मंदिर के पट खोल दिए गए थे. लेकिन श्रध्दालुओं को दरवाजे के बाहर से ही दर्शन करना पड़ा.