सूरजपुर: छत्तीसगढ़ में तालाबों की स्थिति बेहद खराब है. प्रशासन की अनदेखी और लोगों का तालाबों के प्रति खत्म होते मोह ने तालाबों की स्थिति को दयनीय बना दिया है. तालाबों में अवैध अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है. अधिकतर तलाब उपयोग के लायक नहीं बचे हैं. वहीं नगर पालिका सूरजपुर के लोगों ने स्वच्छता की मिसाल पेश की है. निगमकर्मियों की सुस्ती की वजह से जिस तालाब की सफाई का काम ठप पड़ा था, उसे स्थानीय लोगों ने पूरा किया. स्थानीय लोगों के प्रयास के बाद एक बार फिर तालाब सुंदर हो गया है. बड़ी संख्या में लोग मछलियों को दाना डालने यहां आ रहे हैं.
प्रकृति की बनी संरचना में जल,जंगल, जमीन के बसी हर एक की अहमियत है, लेकिन बदलते दौर और आधुनिकीकरण के कारण प्रकृति को नुकसान पहुंच रहा है. आधुनिक्ता के इस दौर में कई तलाब ऐसे हैं, जो अपना अस्तित्व खो चुके हैं. वहीं कई तालाब गंदगी की बांट झेल रहे हैं. नगर पालिका सूरजपुर में स्थित दुलही तालाब कभी आकर्षण का केंद्र हुआ करता था. इस तालाब में लाखों की संख्या में मछलियां हैं, लेकिन गंदगी के कारण इस तालाब की हालत बदतर हो गई थी. सूरजपुर के लोगों ने इसे साफ करने का बीड़ा उठाया और अब इस तालाब में दोबारा मछलियों का डेरा होने लगा है. आसपास के लोग मछलियों को देखने और चारा खिलाने यहां पहुंच रहे हैं.
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तालाब के सौंदर्यीकरण में लगे नगरवासी
वार्ड के पार्षद भी इन मछलियों को दाना खिलाने यहां आते हैं. पार्षद का कहना हैं कि यह प्राचीन तलाब है और अब सबको मिलकर इसे संवारना हैं. उन्होंने कहा कि आगे भी वे नगरपालिका की मदद से तालाब का सौंदर्यीकरण का काम करेंगे. दुलही तालाब के प्रति नगरवासी भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाते नजर आ रहे हैं.