सूरजपुर: जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लॉकडाउन का पालन कर रहा है. वहीं सूरजपुर में शासन के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं. सरकार लोगों से दिन रात सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रही है वहीं जिले में धान संरक्षण केंद्र में सैकड़ों की संख्या में मजदूर काम कर रहे हैं. ये मजदूर न सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क लगाकर काम कर रहे हैं. जहां पूरा देश घरों में कैद है वहीं ये मजदूर रोजी-रोटी के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं.
सूरजपुर जिले में 10 किलोमीटर की दूरी पर धान संरक्षण का काम चल रहा है. इसमें सैकड़ों की संख्या में मजदूर लगे हुए हैं. इन मजदूरों को न तो मास्क दिया गया है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग की बात कही गई है. सिर्फ 2 वक्त की रोटी के लिए ये मजदूर बिना किसी सुरक्षा के काम कर रहे हैं. इस मामले में जब जिला विपणन अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रशासन को इसके लिए अवगत किया गया है, मार्केट में मास्क उपलब्ध नहीं होने की वजह से उन्हें नहीं दिया गया, हालांकि लगभग 100 मास्क मजदूरों को पहले दिया गया था जिसका वे उपयोग नहीं कर रहे हैं.
मजदूरों का कहना है कि उन्हें मास्क नहीं दिया गया है. जब मास्क की मांग की गई तो उन्हें काम से निकल जाने के लिए कहा गया, ऐसे में मजबूरी के कारण मजदूरों को ऐसी ही काम करना पड़ रहा है.