सूरजपुर: जिले के तात्कालीन अपर कलेक्टर एम एल धृतलहरे पर बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये का ठगी करने का आरोप लगा है. मामले में आरोपी तत्कालीन कलेक्टर समेत दो अन्य लोगों के खिलाफ बसदेई पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज गिरफ्तार कर लिया है.
तात्कालीन अपर कलेक्टर एमएल घृतलहरे ने नौकरी लगाने के नाम पर कई ग्रामीणों से लाखों रुपये की उगाही की थी, लेकिन नौकरी नहीं लगने के बाद जब बेरोजगार युवाओं ने रिश्वत की रकम वापस मांगी तो उन्होंने रकम वापस करने से मना कर दिया. इसी क्रम में उचडीह गांव के शिवराम सिंह से भी नौकरी लगाने के नाम पर 21 लाख 50 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई. जिसपर पीड़ित ने पुलिस में एम एल घृतलहरे के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया. इसके बाद पुलिस में मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी तत्कालीन अपर कलेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है.
पढ़ें: जमीन विवाद में बीजेपी नेता की हत्या, एक महिला समेत 2 आरोपी गिरफ्तार
जेल की हवा खा रहे पूर्व अपर कलेक्टर
बता दें कि तत्कालीन अपर कलेक्टर पर धोखाधड़ी का यह मामला नहीं है, इससे पहले भी कई बार उनके ऊपर 420 का मामला दर्ज हो चुका है. धृतलहरे पर एक दो ही, नहीं बल्कि कई लोगों के साथ ठगी को अंजाम देने के आरोप लगे हैं. फिलहाल आरोपी एम एल धृतलहरे को बेराजगारों से रिश्वत लेने और नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में जेल भेज दिया गया है.