सरगुजा: गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाएं बढ़ती हैं. शॉर्ट सर्किट जैसे कई कारणों से आग लगने के मामले सामने आते हैं. ETV भारत ने जिले में स्थित दमकल विभाग का जायजा लिया है. (Fire Department status in Surguja) सरगुजा जिले में एकमात्र दमकल विभाग जिला मुख्यालय अंबिकापुर में स्थित है. ग्रामीण क्षेत्र में आग लगने पर लंबी दूरी तय कर जिला मुख्यालय से दमकलकर्मियों को गांव तक जाना पड़ता है. ऐसे में कई बार आगजनी की घटना विकराल रूप ले लेती है. ऐसे में आग पर काबू पाना मुश्किल हो जाता है. इसके साथ ही समय पर मदद नहीं मिल पाने की स्थिति में पीड़ितों को भारी नुकसान भी उठाना पड़ता है. ऐसे में अब विकासखंड मुख्यालयों में भी दमकल वाहनों की कमी महसूस की जा रही है.
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दूरस्थ इलाकों में तत्काल सेवा दे पाना मुश्किल
सबसे बड़ी समस्या यह है कि उदयपुर, सीतापुर, मैनपाट विकासखंड के कई दूरस्थ ग्राम में आग लगने पर टीम को जिला मुख्यालय से आग बुझाने जाना पड़ता है. ग्रामीण क्षेत्र में आग लगने पर इसकी सूचना जिला मुख्यालय में बैठे दमकलकर्मियों को दी जाती है. जिसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल के लिए रवाना होती है. बड़ी बात यह भी है कि आग पर काबू पाने में सबसे अहम भूमिका समय पर पहुंचने की होती है. यदि समय पर दमकल की मदद मिल जाए, तो आग लगने की घटना को टाला भी जा सकता है. लेकिन जब दमकल की गाड़ी जिला मुख्यालय से दूसरे विकासखंड के दूरस्थ क्षेत्र में आग बुझाने के लिए रवाना होती है, तो उसे घटनास्थल पर पहुंचने में काफी समय लगता है. ऐसे में कई बार आग विकराल रूप ले लेती है.
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आग लगने की घटनाओं की बात की जाए, तो साल 2020 में कुल 93 घटनाएं हुई हैं. जिनमें से 58 घटनाएं शहर और 35 घटनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में हुई हैं. साल 2021 की बात करें, तो जनवरी से अब तक जिले भर में 43 घटनाएं हुई हैं. इनमें सर्वाधिक घटनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में ही हुई हैं.
विकासखंड में तैनात हो दमकल की टीम
विकासखंड मुख्यालयों के दूरस्थ गांव में आग लगने की घटना होती है, तो दमकल को पहुंचने में काफी वक्त लग जाता है. कई बार जिला मुख्यालय से लगे बलरामपुर और सूरजपुर जिले के गांव में भी आग बुझाने दमकल के वाहन सरगुजा से जाते हैं. ऐसे में अब विकासखंड मुख्यालयों में भी फायर ब्रिगेड की कमी खल रही है.
6 दमकल वाहनों के भरोसे पूरा जिला
नगर सेना के अधीन आने के बाद भी दमकल विभाग की सुविधाओं में कुछ खास विस्तार नहीं हो सका है. दमकल विभाग के 6 वाहनों के भरोसे ही पूरे जिले के साथ ही पड़ोसी जिलों के सीमावर्ती गांव को कवर कर किया जा रहा है.
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फिलहाल जिले में एक फायर स्टेशन है, जहां 6 वाहनों से काम किया जा रहा है. सीतापुर, उदयपुर, मैनपाट और लुंड्रा विकासखंड में एक-एक वाहन और फायर स्टेशन की जरूरत है, ताकि दूरस्थ गांव में दमकल वाहन समय पर पहुंच सके. फायर स्टेशन के कर्मचारी पूरे जिले को एक ही स्टेशन से ऑपरेट कर रहे हैं, लेकिन विकासखंड मुख्यालय में फायर स्टेशन खोलने से घटनाओं में होने वाले नुकसान में कमी आएगी. एक फायर स्टेशन पर पड़ने वाला बोझ भी कम हो सकेगा. फायर स्टेशन प्रभारी ने बताया कि शासन स्तर पर इसके लिए प्रयास चल रहे हैं. उम्मीद है कि जल्द ही दमकल की गाड़ियों और सुविधाओं में इजाफा होगा.