सूरजपुर: प्रतापपुर विकासखंड के मां महामाया शक्कर कारखाने से इन दिनों गन्ना खरीदी के तौल में गड़बड़ी की खूब चर्चा हो रही है. इसे लेकर ETV भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाने में पड़ताल की. जिसमें प्रबंधन की ओर से कराए जा रहे सभी नापतौल के मापदंडो को पूरा करते देखा गया. प्रबंधन का कहना है वे कि सूरजपुर जिले के शासकीय नाप तौल विभाग से हर 2-3 दिन में धर्मकांटा की जांच कराते हैं. इसके लिए बाकायदा प्रमाण पत्र भी दिया जाता है. साथ ही गन्ना किसान भी कारखाना के नाप तौल से संतुष्ट नजर आए.
मां महामाया शक्कर कारखाना के MD अनिल तिर्की ने बताया कि तौल मशीन में किसी तरह की कोई खराबी नहीं है. समय-समय पर नापतौल विभाग के कर्मचारी आकर तौल मशीन की जांच करते रहते हैं. उन्होंने कहा कि कभी कुछ थोड़ा बहुत टैक्निकल प्रॉब्लम आता है, तो उसे तत्काल सुधरवा दिया जाता है. अभी तक हमारे पास तौल की समस्या को लेकर किसी भी तरह की शिकायत नहीं आई है.
सूरजपुर: शक्कर कारखाना से किसानों को मिल रहा भरपूर लाभ
सभी गन्ना किसान तौल से है संतुष्ट
सरगुजा संभाग के दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले गन्ना किसान शक्कर कारखाने के तौल से संतुष्ट नजर आए. जब ETV भारत ने किसानों से बात की तो गन्ना किसानों ने शक्कर कारखाने में होने वाले तौल और विभिन्न गतिविधियों से संतुष्ट होना बताया.
किसानों को किया जाता है संतुष्ट
शक्कर कारखाना के उपाध्यक्ष जितेंद्र दुबे ने बताया कि कुछ न्यूज चैनल वाले जो नापतौल में समस्या की न्यूज चला रहे हैं, हम उसका खंडन करते हैं. उन्होंने बताया कि कारखाना में जो तौल मशीन है. उसकी समय-समय पर नापतौल विभाग जांच करता है और सर्टिफिकेट भी देता है. इसके बावजूद अगर कोई किसान संतुष्ट नहीं है तो उसे 50-50 kg के बाट के द्वारा तौल से संतुष्ट किया जाता है.