सूरजपुर: प्रतापपुर-अंबिकापुर मार्ग का केरता रपटा पुल की हालत जर्जर हो चुकी है. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता इन दिनों क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की मुसीबत बनते जा रहा है. तीन साल पहले बारिश में चार करोड़ की लागत का पुल बह गया था. जिसके बाद आवागमन के अभाव में प्रतापपुर ब्लॉक के सैकड़ों गांव प्रभावित हो गए थे.
ऐसे में प्रशासन ने रपटा पुल का निर्माण कराया था. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण मरम्मत न होने से रपटा पुल में दरारें आ गई थीं. साथ ही साईड रेलिंग ना होने से आए दिन दुर्घटना और जाम की स्थिति बने रहती है. जहां कभी भी रपटा पुल क्षतिग्रस्त हो सकता है. वहीं रपटा पुल का मार्ग भी खतरे से भरा हुआ है.
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मरम्मत का मिला आश्वासन
दिसंबर महीने से केरता स्थित महामाया शक्कर कारखाने में गन्ना पेराई का काम शुरु हो जाएगा. रोजाना हजारों वाहनों में गन्ने की ढुलाई का काम चलेगा. ऐसे में किसानों को आशंका है कि इस गन्ना पेराई सीजन में शायद ही रपटा पुल टिक सके. रपटा पुल क्षतिग्रस्त होने पर फिर से सैकड़ों गांव के किसान परेशान रहेंगे. वहीं जिला पंचायत के CEO ने जल्द ही रपटा पुल की मरम्मत की बात की है.