सूरजपुर: दिवाली के मद्देनजर पटाखों की दुकान तो सज गई हैं लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से दुकानें सूनी पड़ी है. कोरोना ने इस बार की दिवाली पर भी असर डाल दिया है. प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए पटाखों की दुकान में भीड़ न लगने और कोरोना से बचने के नियमों के पालन जैसी गाइडलाइन जारी की है.
कोरोना की वजह से शुक्रवार के मौके पर भी बाजारों में कुछ खास भीड़ देखने को नहीं मिली. आज भी बाजारों का रंग फीका रहा. शनिवार को दिवाली का पर्व मनाया जाएगा इसके लिए जिले भर में पटाखों की दुकान सज कर तैयार हैं. लेकिन दुकानदारों के लिए कोरोना काल परेशानी का सबब बना हुआ है.
25 प्रतिशत भी नहीं हो रही बिक्री
हर साल पटाखा व्यवसायी दिवाली में अपनी अच्छी आमदनी की आस टिकाए बैठे रहते थे. लेकिन साल में एक बार बिकने वाला पटाखों का व्यवसाय कोरोना की मार झेलता नजर आ रहा है. जिले के दुकानदारों का कहना है कि कोरोना काल के चलते लोग दुकानों तक नहीं आ रहे हैं. हर साल के मुकाबले इस बार पटाखों की बिक्री 25 प्रतिशत भी नहीं हो पाई है. वहीं बाहर से आने वाले पटाखे भी महंगे दामों में बिक रहे हैं. ऐसे में फुटकर दुकानदार अब परेशान नजर आ रहे हैं.
दीपावली पर पटाखा फोड़ने की समय सीमा 2 घंटे निर्धारित, नियम तोड़ने पर होगी कार्रवाई
पटाखे फोड़ने का समय तय
छत्तीसगढ़ शासन भी इस बार पूरी तैयारी में है. लगातार बढ़ते प्रदूषण और कोरोना को देखते हुए शासन ने प्रदेश भर में पटाखे फोड़ने के लिए समय निर्धारित कर दिया है. शासन ने दिवाली समेत छठ पूजा, क्रिसमस डे और नए साल पर पटाखे फोड़ने के लिए भी समय निर्धारित कर दिया है. शासन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक लोग दिवाली में रात 8 बजे से 10 बजे तक ही पटाखे फोड़ सकेंगे. साथ ही नए साल और क्रिसमस डे पर रात 11 बजकर 55 मिनट से रात 12 बजकर 30 बजे तक पटाखे फोड़े जा सकेंगे. राज्य सरकार ने ऑनलाइन पटाखों की बिक्री पर भी पाबंदी लगा दी है. पटाखे फोड़े जाने से वायु प्रदूषण बढ़ने और मरीजों की संख्या बढ़ने की संभावना है. जिसके कारण छत्तीसगढ़ शासन ने यह आदेश जारी किया है.