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सावन का पहला सोमवार, जलेश्वर मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़

सावन सोमवार के पहले दिन लोग भगवान शिव की आराधना करते नजर आए. तमाम शिवालयों में सुबह से आज भक्तों की भीड़ लगी हुई है और भक्त पारंपरिक तरीकों से शिव आराधना में जुटे हुए नजर आ रहे हैं. जलाभिषेक मंदिर में आज बड़ी संख्या में भक्त भगवान की आराधना करने पहुंचे. सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन लोगों ने नहीं किया.

jaleshwar mahadev
जलेश्वर महादेव
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Published : Jul 6, 2020, 4:30 PM IST

Updated : Jul 6, 2020, 7:17 PM IST

सूरजपुर: कोरोना काल में भी सावन के पहले सोमवार को प्रतापपुर के शिवपुर धाम में भक्तों का तांता लगा रहा. शिवालय में जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की लंबी कतार नजर आई. श्रद्धालु सुबह से मंदिर पहुंच पूजा-अर्चना करने में लगे हुए हैं. जिले के जलेश्वर मंदिर में भी आज बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे.

jaleshwar mahadev temple
जलेश्वर महादेव मंदिर

शिवपुर धाम पर पवित्र सावन महीने में भव्य मेला लगता है, लेकिन कोरोना की वजह से इस बार मेले का आयोजन नहीं किया गया है. मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे. कोरोना की वजह से इस बार शिवपुर में श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. 6 जुलाई से शुरू हो रहे सावन का समापन 3 अगस्त को पूर्णिमा के साथ होगा. दूसरा सोमवार 13 जुलाई, तीसरा 20 जुलाई, चौथा 27 जुलाई, पांचवां और अंतिम सोमवार 3 अगस्त को पड़ रहा है.

पढ़ें: मां पाताल भैरवी मंदिर में भक्तों ने किया जलाभिषेक, कोरोना को खत्म करने के लिए की प्रार्थना

शिवपुर धाम का इतिहास

शिवपुर धाम को शिवपुर तुर्रा भी कहा जाता है. कहते हैं कि इस मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में किया गया था. शिवपुर तुर्रा को 1992 में शासन द्वारा संरक्षित घोषित किया गया था. जलेश्वर नाथ शिवलिंग सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनां पूरी करते हैं. यहां भूमिगत जल शिवलिंग का जलाभिषेक करता रहता है.

सावन का महत्व

सावन महीने में सोमवार के दिन को लेकर हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत रखने से भगवान शिव अपने आराध्य पर प्रसन्न होते हैं. कहा जाता है कि सोमवारी व्रत करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए सोमवारी व्रत किया था. सोमवार के व्रत का शिव की आराधना और आशीवार्द प्राप्त करने के लिए विशेष महत्व है.

सूरजपुर: कोरोना काल में भी सावन के पहले सोमवार को प्रतापपुर के शिवपुर धाम में भक्तों का तांता लगा रहा. शिवालय में जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की लंबी कतार नजर आई. श्रद्धालु सुबह से मंदिर पहुंच पूजा-अर्चना करने में लगे हुए हैं. जिले के जलेश्वर मंदिर में भी आज बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे.

jaleshwar mahadev temple
जलेश्वर महादेव मंदिर

शिवपुर धाम पर पवित्र सावन महीने में भव्य मेला लगता है, लेकिन कोरोना की वजह से इस बार मेले का आयोजन नहीं किया गया है. मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे. कोरोना की वजह से इस बार शिवपुर में श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. 6 जुलाई से शुरू हो रहे सावन का समापन 3 अगस्त को पूर्णिमा के साथ होगा. दूसरा सोमवार 13 जुलाई, तीसरा 20 जुलाई, चौथा 27 जुलाई, पांचवां और अंतिम सोमवार 3 अगस्त को पड़ रहा है.

पढ़ें: मां पाताल भैरवी मंदिर में भक्तों ने किया जलाभिषेक, कोरोना को खत्म करने के लिए की प्रार्थना

शिवपुर धाम का इतिहास

शिवपुर धाम को शिवपुर तुर्रा भी कहा जाता है. कहते हैं कि इस मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में किया गया था. शिवपुर तुर्रा को 1992 में शासन द्वारा संरक्षित घोषित किया गया था. जलेश्वर नाथ शिवलिंग सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनां पूरी करते हैं. यहां भूमिगत जल शिवलिंग का जलाभिषेक करता रहता है.

सावन का महत्व

सावन महीने में सोमवार के दिन को लेकर हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत रखने से भगवान शिव अपने आराध्य पर प्रसन्न होते हैं. कहा जाता है कि सोमवारी व्रत करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए सोमवारी व्रत किया था. सोमवार के व्रत का शिव की आराधना और आशीवार्द प्राप्त करने के लिए विशेष महत्व है.

Last Updated : Jul 6, 2020, 7:17 PM IST
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