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सूरजपुर: मनरेगा में रोजगार सहायक की मनमानी, ग्रामीण परेशान

सूरजपुर के प्रतापुपर जनपद पंचायत के डांडकरवां गांव के ग्रामीणों ने सरपंच सचिव और रोजगार सहायक पर मनरेगा में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.

corruption in mgnrega
मनरेगा में भ्रष्टाचार
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Published : Jul 22, 2020, 2:25 PM IST

Updated : Jul 22, 2020, 2:39 PM IST

सूरजपुर: जिले के प्रतापपुर जनपद के डांडकरवां गांव के ग्रामीणों ने सरपंच सचिव और रोजगार सहायक पर मनरेगा में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायक अपनी मनमानी पर उतारू हो गए हैं और ग्रामीणों को मनरेगा के तहत कोई काम नहीं दे रहे हैं.

पढ़ें: रायगढ़ में भ्रष्टाचार की हद, मृतकों के नाम पर मनरेगा से निकाली गई राशि !

मनरेगा का काम JCB से !

मनरेगा में भ्रष्टाचार

डांडकरवां गांव में मनरेगा के तहत होने वाला कार्य JCB से कराया जा रहा है और फर्जी मस्टर रोल बनाकर पैसों की बंदरबांट की जा रही है. ये कहना है प्रतापपुर जनपद के डांडकरवां गांव के ग्रामीणों का. दरअसल ग्रामीणों का कहना है कि गांव में रोजगार गारंटी के तहत किए जा रहे कार्यों में सरपंच सचिव और रोजगार सहायक फर्जी मस्टररोल बना कर पैसे निकाल रहे हैं और उसमें उन लोगों के नाम हैं, जिन्होंने कभी मजदूरी की ही नहीं. कागजों में खुले मैदानों को ही डबरी दिखा दिया गया है. इसके अलावा तालाबों की खुदाई जेसीबी से कराई जा रही है. जिससे ग्रामीण मजदूर रोजगार से वंचित हो गए हैं.

पढ़ें: कोरोना काल में घर लौटे प्रवासी अब रोजगार के लिए दर-दर भटकने को मजबूर

ग्रामीणों का आरोप गलत-CEO

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सीईओ ने आरोपों को बताया गलत
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JCB से तालाबों की खुदाई

इधर जनपद पंचायत सीईओ का कहना है कि ग्रामीणों की शिकायत पर जांच की गई है, जिसमें शिकायत गलत पाई गई है. सीईओ महोदय ने आपसी विवाद के कारण ग्रामीणों का आरोप लगाना बताया. बता दें कि एक तरफ राज्य सरकार ने प्रवासी मजदूरों के रोजगार के लिए अनलॉक में मनरेगा के तहत रोजगार देने की योजना बनाई है तो वहीं दूसरी तरफ गांव के सरपंच सचिव और रोजगार सहायक शासन की योजना को ही पलीता लगा रहे है.

पढ़ें: मनरेगा में भ्रष्टाचार!, निर्माणाधीन पुल की उपयोगिता पर उठे सवाल

सूरजपुर: जिले के प्रतापपुर जनपद के डांडकरवां गांव के ग्रामीणों ने सरपंच सचिव और रोजगार सहायक पर मनरेगा में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायक अपनी मनमानी पर उतारू हो गए हैं और ग्रामीणों को मनरेगा के तहत कोई काम नहीं दे रहे हैं.

पढ़ें: रायगढ़ में भ्रष्टाचार की हद, मृतकों के नाम पर मनरेगा से निकाली गई राशि !

मनरेगा का काम JCB से !

मनरेगा में भ्रष्टाचार

डांडकरवां गांव में मनरेगा के तहत होने वाला कार्य JCB से कराया जा रहा है और फर्जी मस्टर रोल बनाकर पैसों की बंदरबांट की जा रही है. ये कहना है प्रतापपुर जनपद के डांडकरवां गांव के ग्रामीणों का. दरअसल ग्रामीणों का कहना है कि गांव में रोजगार गारंटी के तहत किए जा रहे कार्यों में सरपंच सचिव और रोजगार सहायक फर्जी मस्टररोल बना कर पैसे निकाल रहे हैं और उसमें उन लोगों के नाम हैं, जिन्होंने कभी मजदूरी की ही नहीं. कागजों में खुले मैदानों को ही डबरी दिखा दिया गया है. इसके अलावा तालाबों की खुदाई जेसीबी से कराई जा रही है. जिससे ग्रामीण मजदूर रोजगार से वंचित हो गए हैं.

पढ़ें: कोरोना काल में घर लौटे प्रवासी अब रोजगार के लिए दर-दर भटकने को मजबूर

ग्रामीणों का आरोप गलत-CEO

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सीईओ ने आरोपों को बताया गलत
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JCB से तालाबों की खुदाई

इधर जनपद पंचायत सीईओ का कहना है कि ग्रामीणों की शिकायत पर जांच की गई है, जिसमें शिकायत गलत पाई गई है. सीईओ महोदय ने आपसी विवाद के कारण ग्रामीणों का आरोप लगाना बताया. बता दें कि एक तरफ राज्य सरकार ने प्रवासी मजदूरों के रोजगार के लिए अनलॉक में मनरेगा के तहत रोजगार देने की योजना बनाई है तो वहीं दूसरी तरफ गांव के सरपंच सचिव और रोजगार सहायक शासन की योजना को ही पलीता लगा रहे है.

पढ़ें: मनरेगा में भ्रष्टाचार!, निर्माणाधीन पुल की उपयोगिता पर उठे सवाल

Last Updated : Jul 22, 2020, 2:39 PM IST
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