सूरजपुर: प्रतापपुर विकासखंड जहां एक ओर कोरोना के संक्रमण से जूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर इस लड़ाई में रात-दिन सहभागी बने कोरोना वॉरियर्स ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
NHM के संविदा स्वास्थ्यकर्मी पिछले 10-12 साल से अपनी सेवा दे रहे हैं. इनकी मांग नियमितिकरण की है. कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
कर्मचारियों का कहना है कि कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को सरकार बनने के बाद नियमित करने की बात कही गई थी, जो आज तक नहीं हो पाई है. जिसकी वजह से पूरे राज्य के संविदा कर्मचारी विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
पढ़ें-कोरोना संकट काल में स्वास्थ्यकर्मियों का हड़ताल पर जाना सही नहीं : मोहन मरकाम
इस मसले पर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लोगों की जिंदगी बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है. हमारा पूरा बजट इसी में खर्च हो रहा है. पूरे प्रदेश में एस्मा लगा हुआ है. अति आवश्यक सेवाओं में स्वास्थ्य विभाग भी आता है, हमारे स्वास्थ्य मंत्री ने उनसे अपील की है कि उन्हें सरकार पर विश्वास करना चाहिए. यदि जिद करेंगे तो सरकार कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. लोग मर रहे हैं और स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर हैं. यह इनकी नासमझी है. कोरोना महामारी समाप्त होने के बाद सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करके वादे पूरे किए जाएंगे.