सूरजपुर: पचरा में शुरू हुए टोल प्लाजा को लेकर लगातार विवाद सामने आ रहा है. स्थानीय लोग और टोल प्लाजा प्रबंधन के इस विवाद में कोई बीच का रास्ता निकलने के लिए कलेक्टर ने बैठक ली. जिसमें जनप्रतिनिधी, आसपास के लोगों के साथ एनएचएआई (NHAI) के अधिकारी भी शामिल हुए.
बैठक में एनएचएआई (National Highway Authority of India) के अधिकारियों ने भारत सरकार के नोटिफिकेशन में पारित बिंदुओं के बारे में विस्तार से बताया. वहीं स्थानीय लोगों ने टोल प्लाजा के बीस किलोमीटर के परिधी में रहने वालों के आवागमन को मुफ्त करने की बात कही. दोनो पक्षों की बात सुनने के बाद कलेक्टर ने एनएचएआई को नियम के तहत मासिक पास और फाॅस्ट टैग को ज्यादा से ज्यादा एक्टिव करने के निर्देश दिए. लेकिन लोग नि:शुल्क आवागमन की मांग पर अड़े हैं.
टैक्स में छूट देने की मांग
पिछले महीने की 18 तारीख से एनएचआई की ओर से पचरा में बने टोल प्लाजा की शुरुआत की गई थी. लेकिन टोल प्लाजा शुरू होने के बाद से ही स्थाननीय लोगों के साथ जिलेवासियों ने टोल टैक्स से उन्हें छूट देने की मांग की. लेकिन टोल प्रबंधन की तरफ से कोई रियायत नहीं मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने टोल प्लाजा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. जिसे जिले के सभी दलों की समर्थन भी मिला था.
रियायत देने से किया था इनकार
टोल प्लाजा प्रबंधन ने एनएचएआई के नियमो का हवाला देते हुए कोई भी रियायत देने से साफ इंकार कर दिया था. मामले को बढ़ता देख कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बीच का रास्ता निकालने का आश्वासन दिया था. लिहाजा कलेक्टर ने सभा कक्ष में एनएचएआई के अधिकारियों को बुलाया था. लेकिन फिर भी बैठक में कोई स्थाई समाधान नहीं निकल सका. बैठक में शामिल पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा ने बताया की टोल प्लाजा गलत जगह बनने की बात एनएचएआई ने भी स्वीकार की है.