सूरजपुर: जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. मरीजों में संक्रमण दर रोकने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है. जिले में 13 अप्रैल से ही लॉकडाउन लागू है. प्रशासन लगातार लोगों से कोविड नियम पालन करने की अपील कर रही है. स्वास्थ्य विभाग भी लगातार सक्रिय है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की कोशिश को जिले के निजी क्लिनिक और झोलाछाप डॉक्टर खराब कर रहे हैं. गुरुवार को यहीं नजारा नेत्र ज्योति आई हॉस्पिटल में देखने को मिला. जहां बिना करोना टेस्ट सर्दी-खांसी से पीड़ित मरीजों का इलाज डॉक्टर कर रहे थे. ईटीवी भारत ने जब इसकी जानकारी सीएमएचओ को दी, तब कार्रवाई करने की बात अधिकारी कर रहे हैं.
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अस्पताल प्रबंधन को जारी होगा नोटिस
सीएमएचओ डॉ. आरएस सिंह ने कहा, 'आपके माध्यम से हमें इसकी जानकारी मिली है. बिना कोरोना टेस्ट किए सर्दी-खांसी का इलाज करना गलत है. अस्पताल प्रबंधन को इस संबंध में नोटिस जारी की जाएगी. अस्पताल में भीड़ जमा करना भी कोरोना गाइ़डलाइन के उल्लंघन अंतर्गत आता है. इस संबंध में जवाब देने के लिए कहा जाएगा. जवाब सही नहीं देने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.'
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सूरजपुर में मिले 720 कोरोना संक्रमित
राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में बुधवार को 701 कोरोना संक्रमित मिले. वहीं 5 कोरोना संक्रमितों ने अपनीम जान गंवाई. जिले में अबतक 17260 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं. वहीं अबतक 94 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है. जिले में वर्तमान समय में एक्टिव मरीजों की संख्या 3707 है.