सूरजपुर: SECL भटगांव के कोयला खदानों में इन दिनों कोयला की चोरी एक बार फिर बढ़ गई है. महान वन और टू कोयला खदानों में रात की शिफ्ट में आस-पास के गांव के सैकड़ों ग्रामीण चंद रुपयों की लालच में कोयला खदानों के अंदर जाकर जान जोखिम में डाल कोयले की चोरी कर रहे हैं.
अवैध तरीके से कोयला निकालने के दौरान खदान में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. सक्रिय कोल तस्करों की ओर से कोयला चोरी कराया जाता है और इसे ईंट भट्ठों के साथ ही दूसरे राज्यों में खपाया जाता है.
दर्जनों ग्रामीणों कि मौत हो चुकी
बता दें कि, कोयला चोरी के दौरान पिछले तीन से चार साल में हादसों के दौरान दर्जनों ग्रामीणों कि मौत हो चुकी है, लेकिन इन कोयला खदानों में स्थानीय पुलिस की भूमिका कार्रवाई के अभाव में संदिग्ध नजर आ रही है.
तस्करों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं
भटगांव पुलिस और खड़गंवा इलाके में आने वाली कोयला खदानों में सक्रिय कोल तस्करों के खिलाफ तो कोई कार्रवाई नहीं करती लेकिन स्थानीय लोगों के गुस्से के बाद पुलिस ग्रामीणों पर ही कार्रवाई कर देती है. दो दिन पूर्व अवैध कोयला से लोड ट्रक के फंस जाने के बाद खड़गंवा पुलिस को सूचना दी गई. खबर दिए जाने के कई घंटों बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच ट्रक को बरामद किया, लेकिन आरोपी नहीं धरे गए. वहीं सूरजपुर पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई की बात करते हुए आगे तस्करी रोकने कि पहल करने की बात करते नजर आए.
ग्रामीणों में नाराजगी
जहां पुलिस के दावों खिलाफ स्थानीय लोगों में कोयला चोरी को लेकर काफी रोष है. बहरहाल कोयला चोरी तो रुकने का नाम नहीं ले रही, वहीं नए एसपी के आने से लोगों को उम्मीद थी कि 'अब कोयला चोरी रुक जाएगी, लेकिन अभी तक कोयला चोरी पर अब तक अंकुश नहीं लगा है'.