सूरजपुर: जिले के पार्वतीपुर में एक ऐसा प्रोडक्ट तैयार किया जा रहा है जो जिले के कुपोषित बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है. यह पाउडर मूंगा के पत्तों से तैयार किया जा रहा है. जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में इसकी सप्लाई की जा रही है. जिले के बच्चे इस मोरिंगा पाउडर को खाकर कुपोषण से दूर हो रहे हैं.
जिले के पार्वतीपुर गांव की स्वसहायता महिला समूह, सशक्तिकरण के लिए अहम भूमिका निभाती नजर आ रही हैं. सूरज महिला ग्राम संगठन की महिलाएं मूंगे के पत्ते से दवा तैयार कर कुपोषित बच्चों के लिए वरदान बन रही हैं. मोरिंगा प्रसंस्करण इकाई गांव के लिए पहचान बन रहा है. संगठन की महिलाएं मूंगे की पत्तियों से मोरिंगा लीफ पाउडर तैयार कर रही हैं. इस लीफ पाउटर की खरीदी फिलहाल महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से की जा रही है. जिसका उपयोग कुपोषित बच्चों को खिलाने के लिए किया जा रहा है.
कई बिमारियों से मिलेगा छुटकारा
ये पाउडर मधुमेह दूर करने और कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर समेत कई रोगों के लिए फायदेमंद है. बताया जा रहा है कि इस पत्ते से भविष्य में मोरिंगा ब्रेड समेत कई और प्रोडक्ट तैयार किए जाएंगे, जो लोगों के सेहत के लिए काफी फायदेमंद होगा. इसके सहारे ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रोल जैसी गंभीर बीमारियों को भी दूर किया जा सकेगा.
महिलाएं हो रही सशक्त
महिला ग्राम समूह की महिलाएं अब इस प्रोडक्ट को बेचकर लोगों को स्वस्थ कर रही हैं. कलेक्टर ने बताया कि महिलाएं 30 दिनों में लगभग 2 लाख रुपए की बिक्री कर चुकी हैं, वहीं लगभग 3 से 4 लाख का ऑर्डर इन महिलाओं के पास है. कलेक्टर ने कहा कि इस प्रोडक्ट से बच्चों को तो फायदा हो ही रहा है, इसके साथ ही महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी सुधर रही हैं. साथ ही महिलाएं सशक्त भी बन रही हैं.