सूरजपुर: प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा प्रदेश में 4 नए जिलों की घोषणा के बाद जहां एक तरफ खुशी की लहर है. वहीं प्रतापपुर के बीजेपी कार्यकर्ता नाराज है. वजह है प्रतापपुर को जिला न बनाया जाना. बघेल सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया. साथ ही प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पिछले चुनाव में शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्थानीय लोग से वादा किया था कि उनकी सरकार बनेगी तो वह प्रतापपुर को जिला घोषित करवाएंगे. स्थानीय लोगों को आज मुख्यमंत्री से काफी उम्मीदें थी. लेकिन जब मुख्यमंत्री के द्वारा आज नए जिलों में प्रतापपुर का नाम नहीं लिया गया तो भाजपा कार्यकर्ता भड़क गए और वे प्रतापपुर को नया जिला बनाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर गए. भाजपा कार्यकर्ताओं के अनुसार अब वे इस आंदोलन को ग्रामीण स्तर पर लेकर जाएंगे और जब तक प्रतापपुर को जिला घोषित नहीं किया जाता है तब तक उनका यह आंदोलन चलता रहेगा.
बता दें कि प्रतापपुर को जिला बनाने की मांग पिछले कई वर्षों से हो रही है. ऐसे में स्थानीय जनता अब प्रेमसाय सिंह टेकाम से यह पूछ रही है कि जिस जिला को घोषित कराने के लिए उन्होंने इतनी लंबी लड़ाई लड़ी थी. आज भी सरकार में हैं और सरकार प्रदेश में कई नए जिले बना रही है. ऐसे में प्रतापपुर के साथ सौतेला व्यवहार क्यों हो रहा है. वहीं इस पूरे मामले में कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता फिलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
छत्तीसगढ़ में अब 32 जिले होंगे. अबतक प्रदेश में 28 जिले थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश की जनता के नाम अपने संदेश के दौरान प्रदेशवासियों को कई ऐतिहासिक सौगातें दी. मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण के सिलसिले को और आगे बढ़ाते हुए छत्तीसगढ़ राज्य में जिलों का पुनर्गठन किया है. जिसमें चार नये जिले ‘मोहला-मानपुर’, ‘सक्ती’, ‘सारंगढ़-बिलाईगढ़’ और ‘मनेन्द्रगढ़’ के गठन की घोषणा की है.