सूरजपुर: सूरजपुर से लगभग 100 किलोमीटर घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है चांदनी बिहारपुर. Biharpur got bike ambulance facility जहां के ग्रामीण वर्षों से पहाड़ों के ऊपर घर बनाकर रहते हैं. अब इन परिवारों की संख्या बढ़ती जा रही है. bike ambulance facility in surajpur जिस वजह से इनकी समस्याएं भी बढ़ती जा रही हैं. surajpur news udates जिसे लेकर जिला प्रशासन कोशिशें भी कर रहा है.
पहाड़ियों पर नहीं चल पाती एंबुलेंस: यहां मूलभूत सुविधाओं की काफी कमी हैं. जिन पर प्रशासन लगातार काम कर रहा है. लेकिन अभी भी स्वास्थ्य विधा यहां के लिए एक चुनौती बनी हुई है. surajpur news udates यह इलाका जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है. जिस कारण एंबुलेंस इन पहाड़ियों पर नहीं चल पाती है. जिस वजह से मोहाली, लूल, भजनपाठ जैसे इलाके के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. स्वास्थ्य विभाग के लोग जैसे तैसे मिल भी जाते हैं. लेकिन एंबुलेंस सुविधा ना मिलने की वजह से गंभीर बीमरी के मरीजों को ब्लॉक मुख्यालय या जिला अस्पताल तक लाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अब बाइक एंबुलेंस की सुविधा मिलने से यहां ग्रामीणों को काफी मदद मिलेगी.
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गंभीर मरीजों को मिलेगी मदद: जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ आर एस सिंह ने बताया कि "यह तो एक प्रयोग के रूप में किया गया काम है. Biharpur got bike ambulance facility अगर यह प्रयोग सफल होता है. तो बिहार पुर जैसे दूरस्थ इलाकों में इस तरह की मोटरसाइकिल एंबुलेंस और भी मंगा कर बिहार पुर के पहाड़ी क्षेत्रों में दिया जाएगा. surajpur news udates जिससे प्रसूता एवं गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल तक लाने में मदद मिल पाएगी." बहरहाल वर्षो से स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव से जूझते बिहारपुर इलाके के ग्रामीणों के लिए मोटरसाइकल एम्बुलेंस कितना कारगर साबित होगा यह तो देखने वाली बात होगी.