सूरजपुर: सूरजपुर के दूरस्थ क्षेत्र बिहारपुर के चौकापारा शासकीय प्राथमिक स्कूल का भवन 15 सालों से जर्जर हालत में था. ऐसे में एक साल पहले स्कूल भवन का छत पूरी तरह से धराशायी हो गया. जिसके बाद छात्र खुले आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर हो गए. इसकी जानकारी मिलते ही आनन फानन में प्रशासन ने एक किराए का मकान स्कूल को उपलब्ध कराया. लेकिन डेढ़ सालों से किराया नहीं देने की वजह से मकान मालिक ने स्कूल में ताला लगा दिया. ऐसे में केवल मीटिंग और दफ़्तर में ही समय बिताने वाले जिला शिक्षा अधिकारी की दलील भी उदासीनता भरी नजर आई.
उच्च अधिकारियों की उदासीनता: चांदनी बिहार पुर के प्राथमिक पाठशाला चौका पारा में लगभग 4 वर्षों से भवन का छत गिर गया है. लेकिन आज तक मरम्मत करवाने के लिए शिक्षा विभाग ने मरम्मत के लिए कोई पहल नहीं की. प्रधान पाठक एस तिर्की उच्च अधिकारियों को कई बाद आवेदन दे चुकी हैं लेकिन अधिकारियों ने प्रधान पाठक सुश्री एस तिर्की के आवेदन का आज तक कोई जवाब नहीं दिया. लिहाजा अब तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है.
प्रधान पाठक के आवेदन की कोई सुनवाई नहीं: मजबूर प्रधान पाठक एस तिर्की ने बताया कि "मैं लगभग 6 वर्ष से भवन मरम्मत करवाने के लिए अपने उच्च स्तर के अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को अवगत करवाते आ रही हूं. लेकिन आज तक भवन मरम्मत नहीं हो पाई. जिसके कारण 2 वर्ष से भाड़े पर रूम लेकर पढ़ा रही हूं. कुछ दिन पूर्व में संसदीय सचिव एवं भड़गांव विधायक पारसनाथ रजवाड़े को भी लेटर दी हूं. लेकिन उनके द्वारा आश्वासन दिया गया था कि बहुत जल्द भवन निर्माण किया जाएगा."
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विद्यालय प्राइवेट भवन में संचालित हो रहा है: जिला शिक्षा अधिकारी विनोद राय ने बताया कि "बिहारपुर के चौकापारा शासकीय प्राथमिक शाला में विद्यालय भवन नहीं है यह बात सच है. लेकिन विद्यालय प्रइवेट भवन में संचालित हो रहा है.उसमें कोई समस्या नहीं है. आप लोगों की तरफ से ये सूचना मिल रही है कि बच्चे पैरावट में पढ़ रहे हैं. ठंड़ का मौसम है. तो शिक्षक बच्चों को बाहर बैठाए होंगे. एनुअल वर्क प्लान में भवन को जोड़ लिया गया है."