सूरजपुर : जिले में प्रचूर मात्रा में खनिज संपदा है. रेत और कोयला के लिए जिला काफी मशहूर है.लेकिन खनिज संपदा के कारण ही इस जिले को माफिया की नजर लग चुकी (Mining mafia active in Surajpur) है. इन दिनों सूरजपुर जिला रेत माफिया का गढ़ बना हुआ है. जहां यूपी बिहार से रेत माफिया कर दबंगई से अवैध रेत उत्खनन कर यूपी-बिहार भेज रहे (Illegal sand mining in Surajpur ) हैं. जिसके कारण नदियों का अस्तित्व तो खतरे में है. वहीं सरकार को भी करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
अफसरों पर पैसे लेकर मुंह बंद करने का आरोप : सूत्रों की माने तो खनन विभाग के अधिकारियों का मुंह पैसे देकर बंद करा दिया जाता है. जिसके बाद मौन सहमति देकर जिले में अवैध रेत उत्खनन एवं रेत परिवहन जोरों से हो रहा है.कई बार दुर्घटना होने के बाद भी गाड़ियां नहीं पकड़ में आती.क्योंकि गाड़ी में नंबर प्लेट नहीं (allegations against mining officers in surajpur) होता.
कितने रेत खदानें आबंटित : सूरजपुर जिले में लगभग 35 खदानें आवंटित हैं. जिसकी आड़ में 10 अवैध खदानों से भी कानून को ताक पर रखकर रेत का काला कारोबार किया जा रहा है. इसे रोक पाने में जिला प्रशासन लाचार नजर आ रहा है. वहीं जब भी इस मामले में अधिकारियों से बात की जाती है तो वो कार्रवाई की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.
ग्रामीणों को पकड़कर सिर्फ खानापूर्ति : अधिकारी खानापूर्ति कर केवल ग्रामीणों के ट्रैक्टर और ट्रकों को पकड़ते हैं.वहीं यूपी बिहार से आए रेत तस्करों को खुली छूट दे रखी है. आपको बता दें कि सूरजपुर में भैयाथान इलाके में धड़ल्ले से नियमों को ताक पर रखकर रेत का अवैध कारोबार किया जा रहा है.जिसे लेकर ग्रामीणों में आए दिन रोष नजर आता है.
अब बन रही आंदोलन की स्थिति : इसके खिलाफ ग्रामीण अब आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं. खनिज विभाग अवैध रेत से लेकर गौण खनिजों के परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए अभियान चला रही है. जहां एक सितंबर से लेकर 15 सितंबर तक अवैध रेत और गिट्टी परिवहन करते दस ट्रेक्टर और टिपर वाहनों पर कार्यवाई करते हुए पांच लाख 71 हजार रुपए का जुर्माना वसूला हैं. वही जिले के रेण नदी से अवैध उत्खनन कर रेत ले जाते चार ट्रैक्टरों को ब्लैक लिस्ट करने की तैयारी में है. फिलहाल जिले में अवैध रेत परिवहन से लेकर अवैध गिट्टी, कोयला परिवहन करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है.Surajpur latest news