सूरजपुर: करंजवार में बीते दिनों हाथी की मौत मामले में दो ग्रामीणों की गिरफ्तारी हुई है. जिसके बाद जनपद अध्यक्ष जगत आयाम सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और स्थानीय ग्रामीणों ने रेंज कार्यालय प्रतापपुर में जमकर हंगामा किया. उनका का कहना है कि निर्दोष लोगों को आरोपी बनाया जा रहा है. इस दौरान ग्रामीणों ने घंटों तक रेंजर की गाड़ी को घेरे रखा.
अंत में पुलिस की मध्यस्थता के बाद मामला शांत हुआ. जनप्रतिनिधियों ने गिरफ्तारी के विरोध में आंदोलन की चेतावनी दी है. ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग के अधिकारी हाथी के मौत मामले में खुद को बचाने के लिए निर्दोष ग्रामीणों को आरोपी बना रहे हैं.
बता दें कि है करंजवार के कक्ष क्रमांक आरएफ 36 में शनिवार को एक हाथी का शव मिला था. जिसके बाद उसकी मौत करंट से होने की संभावना जताई जा रही थी. अगले दिन तक उसका पीएम नहीं किया गया था और अचानकमार से आये डॉग स्क्वायड ने आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी थी. पहले दिन ही विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय पांच ग्रामीणों को संदेह के आधार पर पकड़ कर पूछताछ शुरू रखी थी.
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ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप
इनमें से तीन आरोपियों को पूछताछ के बाद तो छोड़ दिया गया. लेकिन अर्जुन साहू और शिवनारायण सिंह से रात भर पूछ्ताछ जारी रखी. विभाग उन्हें आरोपी बनाकर सूरजपुर न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की तैयारी कर रहा था. इसी दौरान ग्रामीणों को जानकारी मिली तो आरोपियों के परिजन और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और ग्रामीण रेंज कार्यालय पहुंच गए और उस गाड़ी को घेर लिया जिसमें संदिग्ध आरोपियों को बैठाया गया था. इनका आरोप था कि वन विभाग जिन्हें आरोपी बता रहा है वे निर्दोष हैं और खुद वन अधिकारी अपने आप को बचाने के लिए उन ग्रामीणों को दोषी बता रहें हैं.
'खुद को बचाने के लिए निर्दोष को फंसा रहे हैं अधिकारी'
जनपद अध्यक्ष जगत आयाम ने कहा कि अधिकारी खुद को बचाने के लिए निर्दोष ग्रामीणों को फंसा रहे है. इस पूरे केस में जब्ती पत्रक में खुद विभाग के चौकीदार ने आरोपों को गलत बताते हुए दस्तखत करने से इनकार कर दिया है. ऐसे में विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा होता है. उन्होंने आन्दोलन की चेतावनी दी है. ब्लॉक कांग्रेस उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि खुद विभाग के चौकीदार ने जब्ती पत्रक को फर्जी बताते हुए दस्तखत करने से इनकार किया है. साथ ही विभाग इस घटना के साथ 11 मई को इसी जंगल में मिली सड़ी-गली लाश के मामले को दबाने के लिए अपने ही अधिकारियों को बचाने में लगी है. आरोपियों के परिजनों ने अर्जुन के साथ मारपीट का भी आरोप लगाया है. फिलहाल विभाग ने आरोपियों को न्यायालय सूरजपुर भेज दिया है.
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सीसीएफ ने पुख्ता सबूत होने की कही बात
केस के संदर्भ में सीसीएफ एबी मिंज ने बताया कि कल डॉग स्क्वॉड आरोपियों के घर तक पहुंचा है. इसमें आरोपियों के घर से जीआई वायर की भी बरामदगी हुई है. मामला जंगल में घटनास्थल के पास 11 केवीए की विद्युत लाइन के जीआई वायर से करंट का फंदा बनाने का है. अब जांच इस बात को लेकर चल रही है कि इस मामले में आरोपियों ने किसी अन्य वन्य प्राणियों को मारने के लिए यह फंदा तैयार किया था या फिर हाथी के लिए यह तैयार किया गया था.इसी वन क्षेत्र में 11मई को मृत मिले सड़े-गले हाथी के शव के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसकी जांच कराई जा रही है.