सुकमा: युवा कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मण मंडावी ने DMF मद के नियमों में बदलाव कर जन प्रतिनिधियों का अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जनप्रतिनिधियों को कमजोर करना चाहती है.
बीजेपी सरकार में DMF का दुरुपयोग
लक्ष्मण मंडावी ने कहा कि प्रदेश में जब बीजेपी की सरकार थी तो DMF का जमकर दुरुपयोग और बंदरबांट होती थी. लेकिन कांग्रेस की सरकार आते ही DMF मद का अध्यक्ष प्रभारी मंत्रियों को बनाया गया. जिससे जिले के स्वास्थ्य, पेयजल व शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं में खर्च होना शुरू हुआ है. लेकिन मोदी सरकार ने कलेक्टरों को अध्यक्ष बनाकर जनप्रतिनिधियों का अपमान किया है.मंडावी ने कहा कि देश की सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाली पार्टी के जिला अध्यक्ष हुंगाराम मरकाम के बयानों का खंडन करता हूं. उन्होंने कहा कि कम से कम जनहित में अपनी आवाज उठाए और केंद्र सरकार से अपना आदेश वापस लेने की मांग की.
DMF का पावर कलेक्टर को देने पर छत्तीसगढ़ में राजनीति शुरू
DMF पर राजनीति
छत्तीसगढ़ जैसे खनिज बाहुल्य राज्य में जिला खनिज निधि (District Mineral Fund) यानी DMF को लेकर केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन (Central government new guideline regarding DMF) जारी होने के बाद अब छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई है. केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश में DMF यानी जिला खनिज न्यास समिति में अब जिला कलेक्टरों को ही अध्यक्ष बनाए जाने का प्रावधान शामिल कर दिया है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से DMF के मामले में नियमों में बदलाव करते हुए राज्य सरकार ने DMF के लिए प्रभारी मंत्रियों को अध्यक्ष बना दिया था. लेकिन अब केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश में फिर से कलेक्टर को ही DMF का पावर दे दिया गया है. इसे लेकर प्रदेश में सियासत तेज हो चुकी है.