सुकमा: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में एक महिला नक्सली ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. बताया जा रहा है कि समर्पित महिला नक्सली पर एक लाख का इनाम घोषित था. पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाली महिला नक्सली की पहचान हेमला गंगी के रूप में हुई है. वह पिछले 12 सालों से प्रतिबंधित संगठन से जुड़ी हई थी.
पूना नार्कोम अभियान का दिख रहा असर: नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार ने नक्सल उन्मूलन आभियान चलाया है. इस अभियान को "पूना नार्कोम अभियान" नाम दिया गया है. इस अभियान के तहत सुकमा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बैनर पोस्टर लगाने और ग्रामीणों से मिलकर नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने के लिए अपील की जा रही है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत कई सुविधाएं दी जा रही हैं. ताकि वे दोबारा नक्सल संगठन की तरफ ना लौटे.
इनामी नक्सली दंपति ने किया था सरेंडर: जिले में पिछले 10 जून को तीन-तीन लाख के इनामी नक्सली दंपति ने सुकमा पुलिस के सामने सरेंडर किया था. दोनों नक्सली ने शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर फिर मुख्यधारा से जुड़ने कता फैसला लिया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरव मंडल ने इसकी पुष्टि की थी. नक्सली सोढ़ी जोगा और पत्नी वेको कोसी दोनों नक्सलियों की क्षेत्रीय तकनीकी टीम के सदस्य थे. पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने दोनों ने सरेंडर किया था.