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सुकमा : गाड़ी चला रहे हैं तो इन डेंजर जोन से बचके रहें, ट्रैफिक पुलिस ने किया है चिन्हांकित - दुर्घटना

यातायात पुलिस ने सड़क दुर्घटना रोकने के लिए दुर्घटना स्थल को चिन्हांकित किया है, जिससे दुर्घटना को रोका जा सके.

ट्रैफिक पुलिस ने दुर्घटना स्थल को किया चिन्हांकित
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Published : Jul 14, 2019, 12:11 AM IST

सुकमा: जिले में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे हादसे का ग्राफ प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहा है. यातायात पुलिस ने इस दुर्घटना को रोकने के लिए दुर्घटना स्थल को चिन्हांकित किया है ताकि इसे सुधारा जा सके.

ट्रैफिक पुलिस ने किया हैं चिन्हांकित

शहर के वरिष्ठ अधिवक्ता कैलाश जैन का कहना था कि ट्रैफिक में इजाफा हुआ है. ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोग ट्रैफिक नियमों से अनजान रहते हैं. उन्हें ट्रैफिक व्यवस्था के प्रति जागरूक करना होगा. पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

रॉन्ग साइड वाहन चलाने की वजह से होती है दुर्घटना

इस मामले में स्थानीय नागरिक अब्दुल गफ्फार का मानना है कि सड़क हादसे का मुख्य कारण वाहन चालकों द्वारा अधिक शराब सेवन करना है. यातायात नियमों की जानकारी नहीं होने की वजह से कई वाहन चालक रॉन्ग साइड वाहन चलाते हैं.

चला रहे जागरूकता अभियान
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी बताते हैं कि पिछले 5 माह में जिले के अलग-अलग इलाकों में 27 मौते हुई हैं. दुर्घटनाओं का मुख्य कारण दो पहिया वाहन चालकों द्वारा बगैर हेलमेट, ट्रिपल सवारी और शराब सेवन पाया गया है. उन्होंने बताया कि सड़क हादसों को रोकने के लिए वाहन चालकों एवं लोगों को जागरूक करने जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.

कैंप लगाकर बनाया जा रहा है ड्राइविंग लाइसेंस
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लगातार हो रहे सड़क हादसो को देखते हुए पुलिस विभाग द्वारा पुलिसकर्मियों के ही चालान काटे जा रहे हैं, जिन लोगों के पास ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य दस्तावेज नहीं है, उनके लिए कैंप लगाकर बनाया जा रहा हैं. इसके अलावा स्कूली बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी भी दी जा रही है.

सुकमा: जिले में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे हादसे का ग्राफ प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहा है. यातायात पुलिस ने इस दुर्घटना को रोकने के लिए दुर्घटना स्थल को चिन्हांकित किया है ताकि इसे सुधारा जा सके.

ट्रैफिक पुलिस ने किया हैं चिन्हांकित

शहर के वरिष्ठ अधिवक्ता कैलाश जैन का कहना था कि ट्रैफिक में इजाफा हुआ है. ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोग ट्रैफिक नियमों से अनजान रहते हैं. उन्हें ट्रैफिक व्यवस्था के प्रति जागरूक करना होगा. पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

रॉन्ग साइड वाहन चलाने की वजह से होती है दुर्घटना

इस मामले में स्थानीय नागरिक अब्दुल गफ्फार का मानना है कि सड़क हादसे का मुख्य कारण वाहन चालकों द्वारा अधिक शराब सेवन करना है. यातायात नियमों की जानकारी नहीं होने की वजह से कई वाहन चालक रॉन्ग साइड वाहन चलाते हैं.

चला रहे जागरूकता अभियान
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी बताते हैं कि पिछले 5 माह में जिले के अलग-अलग इलाकों में 27 मौते हुई हैं. दुर्घटनाओं का मुख्य कारण दो पहिया वाहन चालकों द्वारा बगैर हेलमेट, ट्रिपल सवारी और शराब सेवन पाया गया है. उन्होंने बताया कि सड़क हादसों को रोकने के लिए वाहन चालकों एवं लोगों को जागरूक करने जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.

कैंप लगाकर बनाया जा रहा है ड्राइविंग लाइसेंस
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लगातार हो रहे सड़क हादसो को देखते हुए पुलिस विभाग द्वारा पुलिसकर्मियों के ही चालान काटे जा रहे हैं, जिन लोगों के पास ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य दस्तावेज नहीं है, उनके लिए कैंप लगाकर बनाया जा रहा हैं. इसके अलावा स्कूली बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी भी दी जा रही है.

Intro:जिले में बढ़ा सड़क हादसों का ग्राफ, पांच माह में 27 लोगों की गई जान

सुकमा. जिले की सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाएं लोगों की जान ले रही है। आए दिन कोई न कोई बड़ी घटनाएं हो रही हैं। हादसों का ग्राफ इतनी तेजी से बढ़ रहा है जिसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। पिछले 5 माह में 27 लोगों की जान सड़क हादसों में गई है। दुर्घटनाओं को कम करने के लिए यातायात पुलिस ने दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों के चिन्हांकन का काम किया है ताकि सड़क को और ज्यादा सुरक्षित कर हादसों को कम किया जा सके।

शहर के वरिष्ठ अधिवक्ता कैलाश जैन बताते हैं कि ट्रैफिक में इजाफा हुआ है। ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोग ट्रैफिक नियमों से अनजान रहते हैं। उन्हें ट्रैफिक व्यवस्था के प्रति जागरूक करना होगा। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। यातायात नियमों का पालन करना हमारी भी जिम्मेदारी बनती है।


Body:नशे में वाहन चलाना...
आदिवासी बहुल क्षेत्र में शराब का सेवन हर अवसरों पर किया जाता है शादी विवाह व अन्य खुशी के मौके पर लोग शराब का सेवन करते हैं हर खुशी के मौके पर शराब पीना और नशे की हालत में सफर करना लोगों को भारी पड़ रहा है सामान्य दिनों में भी शराब पीकर वाहन दौड़ाने वाले लोग आए दिन कोई न कोई दुर्घटना एक कार्य कर रहे हैं जिसके कारण दुर्घटनाओं के साथ मौत अगर आप भी बढ़ रहा है।

आवारा मवेशी भी बने हादसों का कारण..
जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली हर सड़क पर आवारा मवेशियों का जमघट लगा रहता है। जो सड़क हादसों का बड़ा कारण बन रही है। स्थानीय नागरिक अब्दुल गफ्फार का मानना है कि सड़क हादसों का मुख्य कारण वाहन चालकों द्वारा अधिक शराब सेवन करना है। यातायात नियमों की जानकारी नहीं होने की वजह से कई वाहन चालक रॉन्ग साइड वाहन चलाते हैं। शहर के बाहर ही नहीं शहर के भीतर भी आवारा मवेशियों को सड़कों पर विचरण या बैठे देखा जा सकता है। कई बार लोगों ने नगर प्रशासन से इस संबंध में शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने की वजह से यातायात व्यवस्था बिगड़ते जा रही है। यातायात पुलिस जरूर आवारा मवेशियों को हटाकर ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करती नजर आती है।

लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा
शहर के आशुतोष सिंह बताते हैं कि जिला बनने के बाद सुकमा में ट्रेफिक बड़ा है। पुलिस द्वारा हर साल सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान यातायात नियमों की जानकारी दी जाती है। हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि हम यातायात नियमों का पालन कर सड़क हादसों से बच सकते हैं। उन्होंने बताया कि वाहन चलाते वक्त हेलमेट हेलमेट जरूर लगाएं। जब तक हम अपनी जिम्मेदारी नहीं समझेंगे सड़क हादसों पर नियंत्रण नहीं लाया जा सकता।


Conclusion:शहर के बाहरी इलाकों में रोशनी की व्यवस्था नहीं
मुख्य मार्ग को छोड़कर शहर के वार्डों में रोशनी के पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं है। न्यायालय से कोतवाली तक नगर प्रशासन ने स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की है। वहीं कोतवाली से पुलिस लाइन जाने वाले मार्ग पर हमेशा अंधेरा पसरा रहता है। इस मार्ग पर अंधेरे के साथ सड़क पर मवेशियों का डेरा दुर्घटनाओं को आमंत्रित करता है। ज्यादतर सड़क हादसे इसी मार्ग पर हो रहे हैं।

सड़क हादसों को रोकने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी बताते हैं कि पिछले 5 माह में जिले के अलग-अलग इलाकों में 27 मौतें हुई हैं दुर्घटनाओं का मुख्य कारण दो पहिया वाहन चालकों द्वारा बगैर हेलमेट, ट्रिपल सवारी और शराब सेवन पाया गया है। उन्होंने बताया कि सड़क हादसों को रोकने के लिए वाहन चालकों एवं लोगों को जागरूक करने जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लगातार हो रहे हैं सड़क हादसो को देखते हुए पुलिस विभाग द्वारा पुलिसकर्मियों के ही चालान काटे जा रहे हैं जिन लोगों के पास ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य दस्तावेज नहीं है, कैंप लगाकर बनाए जा रहे हैं इसके अलावा स्कूली बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दी जा रही है।

बाइट 01 आशुतोष सिंह(स्थानीय)
बाइट02 कैलाश जैन(अधिवक्ता)
बाइट 03 अब्दुल गफ्फार(स्थानीय)
बाइट04 सिद्धार्थ तिवारी(एएसपी सुकमा)
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