सुकमा: भारत बंद के एक दिन पहले जिले में एक बार फिर से नक्सलियों ने उत्पात मचाते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. सुकमा के एर्राबोर और दरभागुड़ा के पास नक्सलियों ने 7 वाहनों में आगजनी की है. इस मामले की पुष्टि सुकमा एसपी केएल ध्रुव ने की है.
नक्सलियों ने सात वाहनों को किया आग के हवाले
दरसअल जिले के एर्राबोर और दरभागुड़ा के बीच नक्सलियों का एक झुंड पहुंचा और गाड़ियों को रोककर उनमें आग लगा दी. जिसके बाद नक्सलियों ने घटनास्थल पर पर्चे भी फेंके हैं. पर्चे में नक्सलियों ने भारत बंद को सफल बनाने की बात कही है. कुल सात वाहनों में नक्सलियों ने आग लगाई है. हालांकि इस घटना में किसी भी वाहन चालक को नुकसान नहीं पहुंचा है. इधर घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षाबल के जवानों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया.
दंतेवाड़ा के पल्ली-बारसूर रोड पर भी नक्सलियों ने टांगे बैनर-पोस्टर
दंतेवाड़ा जिले के पल्ली-बारसूर रोड पर भी नक्सलियों ने बैनर पोस्टर टांगे हैं, जिसमें भारत बंद का ऐलान किया गया है. पूर्व बस्तर डिविजनल कमेटी ने यह पोस्टर जारी किया है. इस घटना के बाद इलाके में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है. दंतेवाड़ा जिले के चारों ब्लॉक दंतेवाड़ा, कुआंकोंडा, कटेकल्याण और बारसूर में डीआरजी, सीआरपीएफ, दंतेश्वरी महिला कमांडो और पुलिस द्वारा जगह-जगह पर सर्चिंग की जा रही है और चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात हैं.
नारायणपुर में नक्सलियों ने JCB को आग लगाई
ड्रोन कैमरे से भी नजर
नक्सली किसी अप्रिय घटना को अंजाम न दें, इसके लिए सीआरपीएफ जवानों द्वारा ड्रोन कैमरे से भी चारों ब्लॉक पर नजर रखी जा रही है. पुलिस-प्रशासन ने अंदरूनी क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई जनप्रतिनिधि अंदरूनी क्षेत्र का दौरा करता है, तो पहले पुलिस-प्रशासन को इसकी सूचना दें. जगह-जगह पर नाके लगाए गए हैं, ताकि कोई व्यक्ति गांव में प्रवेश ना कर सके. नक्सलियों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है. इसी के मद्देनजर नक्सली अलग-अलग जगहों पर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. सुकमा में देर रात कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. पखांजूर-गढ़चिरौली में भी बीती रात को नक्सलियों ने 6 चैप्टर, 1 टीपर को जलाया.
नारायणपुर के किहकाड़ IED ब्लास्ट में शामिल 4 नक्सली गिरफ्तार
23 अप्रैल की रात दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने रची थी ट्रेन डीरेल करने की साजिश
जगदलपुर से किरंदुल के लिए जा रही पैसेंजर ट्रेन को नेरली-बचेली के बीच नक्सलियों ने डीरेल करने की साजिश रची थी, जिसे लोको पायलट की सूझबूझ से टाल दिया गया. लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा रेल हादसा टल गया.नक्सलियों ने नेरली और बचेली के बीच जंगल में करीब 40 फीट ऊपर बनी ब्रिज पर पटरी काट दी थी, ताकि ट्रेन नीचे गिर जाए. हालांकि लोको पायलट ने नक्सलियों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया. प्रतिदिन किरंदुल से विशाखापत्तनम के बीच पेसेंजर ट्रेन चलती है. शुक्रवार की शाम विशाखापत्तनम से जगदलपुर पहुंचने के बाद ट्रेन किरंदुल के लिए शाम को रवाना हुई. करीब शाम 7:30 बजे पैसेंजर ट्रेन नेरली और बचेली के बीच जंगल में पहुंची, तो लोको पायलट को लगा कि पटरी में कुछ गड़बड़ी है और उन्होंने फौरन ब्रेक लगा दिया. हालांकि इस दौरान एक इंजन और एक बोगी डीरेल हो गई. गनीमत रही कि ट्रेन पुल के नीचे 40 फीट खाई में नहीं गिरी. हादसे के वक्त ट्रेन में 35 यात्री और 4 क्रू मेंबर सवार थे.