सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने 5 ग्रामीणों (villagers) का अपहरण (kidnapped) किया था. लेकिन नक्सलियों ने आज सुबह सभी ग्रामीणों को सुरक्षित रिहा कर दिया है. इससे पहले शुक्रवार को चार और शनिवार को एक ग्रामीण को नक्सलियों ने किडनैप कर लिया था. वहीं, इस घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल था. सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने इसकी पुष्टि की थी. उन्होंने कहा कि विकास कार्यों से नक्सली बौखला चुके हैं. जिसके बाद वह इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
दहशत में ग्रामीण
सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने बताया था कि सभी अपहृत ग्रामीण कोंटा ब्लॉक (konta block) के बटेर (Bater) गांव के थे. वहीं, अपहरण किए गए ग्रामीणों के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी. इस पूरे मामले में सर्व आदिवासी समाज ने नक्सलियों से सभी ग्रामीणों की सुरक्षित रिहाई की मांग की थी. इधर अपहृत ग्रामीणों की जानकारी न मिलने से अन्य ग्रामीणों में दहशत का माहौल था.
एक युवती 4 पुरुष हुए अपहृत
इन अपहृत ग्रामीणों में एक युवती और चार पुरुष शामिल थे. नक्सलियों ने शुक्रवार रात को चार ग्रामीणों को अगवा किया था और शनिवार को एक और ग्रामीण का अपहरण कर लिया था. बताया जा रहा था कि ग्रामीणों की ओर से नक्सलियों की बात ना मानने से नाराज नक्सलियों ने उनका अपहरण किया था. इधर नक्सली की ओर से अपहरण के 48 घंटे बीतने के बाद भी अब तक पांचों ग्रामीणों का कुछ पता नहीं चल पा रहा था.
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अपहृतों की खोजबीन जारी
हालांकि सुकमा एसपी (Sukma SP) का कहना था कि नक्सल ऑपरेशन (Naxal Operation) चलाकर लगातार ग्रामीणों की खोजबीन जारी है, लेकिन अब तक ग्रामीणों का पता नहीं लग पाया है. वहीं, सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया था कि शुक्रवार रात नक्सलियों ने बटेर गांव, बंडा पंचायत थाना कोंटा के निवासी कवासी कोसा, सोढ़ी गंगा, कवासी हिड़मा और कवासी देवा का अपहरण कर लिया था. वहीं, दूसरे दिन शनिवार को माड़वी नंदू नामक ग्रामीण का भी नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था.
सर्व आदिवासी समाज ने भी नक्सलियों से की अपील
वहीं, सर्व आदिवासी समाज (Sarva Adivasi Samaj) ने भी नक्सलियों से ग्रामीणों को रिहा करने की अपील की थी. सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने अपील की थी है कि नक्सली अपने मानवता का परिचय देते हुए युवती समेत पांचो ग्रामीणों को बिना कोई नुकसान पहुंचाए रिहा करें.