सुकमा: सुरक्षा बल और पुलिस के जवान लगातार नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं. लेकिन नक्सलियों की दहशत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. जग्गावारम इलाके में नक्सलियों ने बैठक लेकर 2 परिवारों को गांव से निकाल दिया है. परिवार पालामड़गु गांव के हैं. इन 2 परिवारों में 12 सदस्य शामिल हैं. इनमें से 4 बच्चे भी हैं. जानकारी के मुताबिक इन 2 परिवारों में से एक परिवार पुलिस जवान का है. इसलिए नक्सलियों ने इन्हें गांव से निकलने का फरमान सुनाया है.
पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने परिवार को 5 दिन के अंदर गांव छोड़कर निकल जाने का फरमान जारी किया था. जिसके बाद दोनों परिवार ने गांव छोड़ दिया. सूचना पर प्रशासन ने इन्हें पंचायत भवन में रुकवाया था. इनकी हर संभव मदद भी की जा रही है. SDOP अखिलेश कौशिक ने कहा कि यही नक्सलियों का असली चेहरा है. गांव से लोगों को भगाना और ग्रामीणों को तंग करना. फिलहाल परिवार को मदद पहुंचाई जा रही है.
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ग्रामीणों पर बढ़ रहे अत्याचार
पिछले कुछ महीनों में नक्सलियों का अत्याचार ग्रामीणों पर बढ़ा है. 4 सितंबर को पुसनार और मेटापाल से 25 ग्रामीणों का नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था. ये सभी ग्रामीण मेटापाल और पुसनार के बताए जा रहे हैं. नक्सलियों ने अपहृत ग्रामीणों को एक दिन अपने साथ रखने के बाद शनिवार को हिरोली में नक्सलियों ने जन अदालत लगाई. 5 सितंबर को खबर मिली थी कि नक्सलियों ने यहां 4 ग्रामीणों की हत्या कर दी है. इसके अलावा कुटरू साप्ताहिक बाजार में नक्सलियों ने आरक्षक की धारधार हथियार से हत्या कर दी थी. नक्सलियों ने कुटरू में पदस्थ ASI नागिया कोरसा का अपहरण कर मौत के घाट उतार दिया था.