सुकमा: छत्तीसगढ़ के मंत्री कवासी लखमा ने बड़ा बयान दिया है. लखमा ने कहा कि आदिवासी पुलिस और नक्सलियों के बीच फंस गए हैं. लखमा ने कहा कि दोनों तरफ से आदिवासियों का नुकसान हो रहा है. मंत्री ने कहा कि आदिवासी पुलिस और नक्सलियों दोनों की गोली खाते हैं.
मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर के लोग दबे-कुचले हैं. बहुत लोग कुछ बोल नहीं पाते हैं. पुलिस की गोली आदिवासी खाता है, नक्सलियों की गोली आदिवासी खाता है. दोनों तरफ से आदिवासियों का नुकसान हो रहा है. लखमा ने कहा कि वे यहां की स्थिति सुधारना चाहते हैं. अस्पतालों, स्कूलों की दशा सुधारना चाहते हैं.
कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर आदिवासी परंपराओं के लिए जाना जाता है. भाजपा की सरकार में यहां की परंपराएं लुप्त हो गई थीं. कांग्रेसी सरकार ने इसे दोबारा शुरू कराया है. 13 साल से बंद स्कूलों को खोला गया है. लखमा ने कहा कि सरकार आदिवासी हित के लिए तरह-तरह की योजनाएं संचालित कर रही है और इन्हें पहचान दिलाने के लिए नया प्रयास कर रही है.