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शादी और बच्चे पर थी रोक, सरेंडर करते हुए नक्सली दंपति ने बताई प्रताड़ना की कहानी - four naxalite surrender

पुलिस और CRPF अधिकारियों के समक्ष कुल 4 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इन्होंने नक्सल संगठन के उस सच को लोगों तक पहुंचाया है, जो शायद बहुत कम लोग ही जानते होंगे.

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Published : May 13, 2020, 8:59 PM IST

सुकमा : नक्सलवाद की खोखली विचारधारा और पारिवारिक समस्यों से परेशान होकर 4 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर किए गए नक्सली दंपति पर 5 लाख और 3 लाख का इनाम घोषित था. बुधवार को पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और CRPF अधिकारियों के समक्ष कुल 4 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. अन्य नक्सलियों ने भी मुख्यधारा से जुड़कर सामान्य जिंदगी जीने की इच्छा जाहिर की है.

कोंटा एलजीएस पोडियम गंगा उर्फ रघु पर 5 लाख का इनाम घोषित है. वहीं उसकी पत्नी कोंटा एक्जिएस डिप्टी कमांडर मुचाकी लक्खे पर 3 लाख का इनाम घोषित है. ये दोनों नक्सली दंपति लंबे समय से नक्सली संगठन से जुड़कर काम कर रहे थे.

पढ़ें : पत्नी और बेटी की गुहार के बाद अगवा जवान को नक्सलियों ने छोड़ा

शादीशुदा जिंदगी पर नक्सलियों की पाबंदी

सरेंडर किए गए नक्सलियों का कहना है कि 15 साल तक नक्सली संगठन से जुड़कर कार्य करने के बाद भी बाहरी और स्थानीय के बीच भेदभाव किया जाता था. साथ ही शादीशुदा जिंदगी जीने पर भी नक्सलियों ने पाबंदी लगा रखी थी. बाहरी नक्सलियों को संगठन में शादी और बच्चे पैदा करने की छूट थी, वहीं स्थानीय नक्सली ऐसा नहीं कर सकते थे. जिससे तंग आकर नक्सली दंपति ने संगठन छोड़ने का निर्णय लिया है.

समर्पित नक्सलियों को दी गई प्रोत्साहन राशि

पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और सीआरपीएफ अधिकारियों ने आत्मसमर्पित नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि के तौर पर 10-10 हजार रुपए दिए. साथ ही पुनर्वास योजना के तहत नियमानुसार सहायता प्रदान करने की भी बात कही है. बता दें कि लगातार नक्सल विचारधारा को छोड़कर आम जिंदगी जीने के लिए नक्सली आगे आ रहे हैं, साथ ही नक्सलियों की खोखली विचारधारा और वहां हो रही प्रताड़ना का सच भी लोगों को बता रहे हैं कि किस तरह उनके साथ अपने ही संगठन में भेदभाव किया जाता है.

सुकमा : नक्सलवाद की खोखली विचारधारा और पारिवारिक समस्यों से परेशान होकर 4 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर किए गए नक्सली दंपति पर 5 लाख और 3 लाख का इनाम घोषित था. बुधवार को पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और CRPF अधिकारियों के समक्ष कुल 4 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. अन्य नक्सलियों ने भी मुख्यधारा से जुड़कर सामान्य जिंदगी जीने की इच्छा जाहिर की है.

कोंटा एलजीएस पोडियम गंगा उर्फ रघु पर 5 लाख का इनाम घोषित है. वहीं उसकी पत्नी कोंटा एक्जिएस डिप्टी कमांडर मुचाकी लक्खे पर 3 लाख का इनाम घोषित है. ये दोनों नक्सली दंपति लंबे समय से नक्सली संगठन से जुड़कर काम कर रहे थे.

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शादीशुदा जिंदगी पर नक्सलियों की पाबंदी

सरेंडर किए गए नक्सलियों का कहना है कि 15 साल तक नक्सली संगठन से जुड़कर कार्य करने के बाद भी बाहरी और स्थानीय के बीच भेदभाव किया जाता था. साथ ही शादीशुदा जिंदगी जीने पर भी नक्सलियों ने पाबंदी लगा रखी थी. बाहरी नक्सलियों को संगठन में शादी और बच्चे पैदा करने की छूट थी, वहीं स्थानीय नक्सली ऐसा नहीं कर सकते थे. जिससे तंग आकर नक्सली दंपति ने संगठन छोड़ने का निर्णय लिया है.

समर्पित नक्सलियों को दी गई प्रोत्साहन राशि

पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और सीआरपीएफ अधिकारियों ने आत्मसमर्पित नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि के तौर पर 10-10 हजार रुपए दिए. साथ ही पुनर्वास योजना के तहत नियमानुसार सहायता प्रदान करने की भी बात कही है. बता दें कि लगातार नक्सल विचारधारा को छोड़कर आम जिंदगी जीने के लिए नक्सली आगे आ रहे हैं, साथ ही नक्सलियों की खोखली विचारधारा और वहां हो रही प्रताड़ना का सच भी लोगों को बता रहे हैं कि किस तरह उनके साथ अपने ही संगठन में भेदभाव किया जाता है.

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