सुकमाः धूर नक्सल प्रभावित इलाके में ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को तैनात किया गया है. लेकिन सीआरपीएफ के जवानों पर गाय चराने गई एक ग्रामीण महिला के साथ मारपीट करने का गंभीर आरोप लगा है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है.
जिले में तैनात सीआरपीएफ के गोरखा बटालियन के जवानों पर ग्रामीणों ने मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है. दरअसल गांव की एक बुजुर्ग महिला, 65 वर्षीय लक्ष्मी उइके जब गाय चराने के लिए जंगल गई थी, इस दौरान पीड़ित महिला गाय चराते हुए सीआरपीएफ के बेस कैंप वाले एरिया के पास चली गई. परिजनों का आरोप है कि जवानों ने पीड़िता के साथ मारपीट कर वहां से भगा दिया है.
परिजन पीड़िता के साथ कलेक्टर ऑफिस पहुंचे
पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि बटालियन के एक जवान ने बंदुक के बट (पिछला हिस्सा) से महिला की पिटाई की है. इससे पीड़िता के सिर और पैर में गंभीर चोट आई है. पीड़िता के साथ गाय चराने गए अन्य ग्रामीण जवानों को देखकर मौके से भाग खड़े हुए. मामले की शिकायत करने लगभग एक दर्जन ग्रामीण बुधवार को जिला मुख्यालय पहुंचे. जहां कलेक्टर से मुलाकात कर जवानों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. इसके बाद कलेक्टर चंदन कुमार ने घायल महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
डीआईजी ने बताया आरोप को बेबुनियाद
सीआरपीएफ डीआईजी कोंटा रेंज सुधांशु सिंह ने कहा कि आरोप बेबुनियाद है. बुधवार को भी कुछ ग्रामीण कैम्प ले करीब गाय चरा रहे थे. जवानों ने उन्हें सुरक्षा के नजर से वहां से जाने को कहा, इस दौरान एक बुजुर्ग महिला का पैर गड्ढे में आ गया और घायल हो गई. इस कारण महिला घायल हुई है. जवानों ने महिला के साथ कोई मारपीट नहीं की है. कैम्प के करीब किसी भी व्यक्ति को आने की अनुमति नहीं है. कुछ दिन पहले ही नक्सलियों ने कैम्प के पास दो आईईडी प्लांट किया था, जिसे जवानों ने सतर्कता से डिफ्यूज किया था.